अलवर

विद्यार्थियों ने की सरकार से गुहार, हम फर्श पर बैठ जाएंगे, कॉलेज में व्याख्याता तो भेजिए

प्रदेश सरकार ने अलवर मे कई सरकारी कॉलेज तो खोल दिए, लेकिन कई जगह ना व्याख्याता है, ना ही प्रचार्य।

अलवरJul 14, 2018 / 02:00 pm

Prem Pathak

विद्यार्थियों ने की सरकार से गुहार, हम फर्श पर बैठ जाएंगे, कॉलेज में व्याख्याता तो भेजिए

अलवर. जिले के सरकारी महाविद्यालयों में कहीं प्राचार्य और कहीं शिक्षकों की कमी है। ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी घोषणाओं में महाविद्यालय तो खोल दिए गए लेकिन इनमें वर्षों बाद भी गुरु जी की कमी है।
अधिकतर शिक्षक अलवर जिला मुख्यालय पर ही नौकरी करने के लिए अपना जुगाड़ लगा लेते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के राजकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य तक नहीं है। अधिकतर महाविद्यालयों में तो व्याख्याताओं की कमी है। इसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं का अपने इलाके में खुले महाविद्यालय में प्रवेश लेने का रुझान नहीं है। सरकार ने जो दो नए महाविद्यालय खोले हैं, उनमें मूलभूत सुविधाओं तक का अभाव है।
बहरोड़. स्थानीय राजकीय महाविद्यालय में व्याख्याताओं के आधा दर्जन पद लम्बे समय से रिक्त है इसके कारण नए सत्र मे शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। बहरोड़ कालेज मे व्याख्याताओं में कामर्स के दो, राजनीति विज्ञान में तीन,भूगोल मे एक, विज्ञान में दो और पुस्तालयध्यक्ष और शारिरिक शिक्षक का एक पद रिक्त है। इससे कालेज की शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। कॉलेज के वरिष्ठ प्रोफेसर हरीप्रसाद अग्रवाल ने बताया कि रिक्त पदों की जानकारी उच्चाधिकारियो को देकर पद भरने के लिए लिखा गया है।
राजगढ़ महाविद्यालय में 22 व्याख्याताओं की कमी

राजगढ़. राजगढ़ के राजकीय महाविद्यालय में स्वीकृत 59 पदों में से उप प्राचार्य सहित बाईस पद रिक्त होने के कारण अध्ययन व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। राजगढ़ के महाविद्यालय में उप प्राचार्य का पद करीब दो वर्षो से रिक्त चल रहा है। भौतिक शास्त्र विषय के दो व्याख्याताओं के पद स्वीकृत है और दोनों ही पद रिक्त है। इसके अलावा अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, एबीएसटी, वनस्पति शास्त्र, प्राणी शास्त्र, शारीरिक शिक्षक के एक- एक पद रिक्त चल रहे हंै। रसायन शास्त्र के चार, इतिहास विषय के तीन, समाज शास्त्र, संस्कृत, राजनीतिक विज्ञान के दो-दो व्याख्याताओं के पद खाली पड़े हुए हैं।
मंत्री के विधानसभा क्षेत्र थानागाजी में प्राचार्य का पद रिक्त

थानागाजी. राजकीय महाविद्यालय थानागाजी में व्याख्याताओं के पद खाली होने के कारण पढ़ाई पर प्रभाव देखने को मिल रहा है। यहां प्राचार्य, उप प्राचार्य ,लाइब्रेरियन , पीटीआई , हिंदी व्याख्याता और भौतिक शास्त्र व्याख्याता का पद खाली है । यहां प्राचार्य का पद1 जुलाई 2017 से यह पद खाली चल रहा है । यह हाल तब है, जब यह विधानसभा क्षेत्र मंत्री हेमसिंह भडाना का है। इसके बावजूद महाविद्यालय में रिक्त पद चल
रहे हैं।
तीन व्याख्याता चला रहे कॉलेज

गोविन्दगढ़. गोविन्दगढ़ महाविद्यालय को खुले हुए बीस वर्ष हो गए लेकिन स्टाफ के नाम पर महज तीन व्याख्याता कार्यरत है। दिसंम्बर माह में अलवर जिले में आयोजित गुरू शिष्य संवाद कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी को यह कह कर स्टाफ की समस्या से अवगत करवाया था कि मैडम हमें तो स्टाफ दे दो हम तो जमीन पर बैठ कर पढ़ लेंगे। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने गोविन्दगढ़ महाविद्यालय में स्टाफ की समस्या को गम्भीर मानते हुए स्टाफ लगाने के लिए मौखिक आदेश दिए थे, उसके बाद भी महाविद्यालय में किसी भी व्याख्याता की नियुक्ति नहीं हो सकी।
गोविन्दगढ महाविद्यालय रामगढ विधानसभा, लक्ष्मणगढ़ व खेडली उपखंड के बीच एक सरकारी महाविद्यालय जिससे इन उपखंडो में संचालित महाविद्यालयों की परीक्षा का सेटंर गोविन्दगढ महाविद्यालय में है। महाविद्यालय में मात्र दो व्याख्याता है। रामगढ़ विद्यायक ज्ञानदेव आहुजा की ओर से नियम 295 के तहत गोविन्दगढ महाविद्यालय में व्याख्याताओं की कमी का मामला विधानसभा में भी उठाया गया था।
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