dharm news: मृत्यु एक ऐसा भय है जिसे राजा, रंक और फकीर सभी डरते हैं
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मुंबई. जननी शक्ति महिला ट्रस्ट की ओर से सांताक्रुज पूर्व स्थित वकोला ब्रिज स्थित धोबीघाट में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन श्रीमद्भागवत कथा की विस्तार से चर्चा करते हुए कथावाचक काशी के हरिओम ने कहा कि भागवत शास्त्र का आदर्श दिव्य है। भागवत कथा घर में रहते हुए ईश्वर की प्राप्ति का मार्ग बताता है। भागवत कथा का अमृत पीने से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश होता है और जीव पवित्र होता है। श्रीमद्भागवत महा पुराण मानव मन का मंथन कर आनंद की अनुभूति कराता है। हरिओम महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा की अमृत वर्षा करते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत कथा ऐसा मीठा फल है, जिसको चख लेने से भूख और बढ़ जाती है जो कभी शांत नहीं होती है। जीवन में सुख ही सुख प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा ऐसी औषधि है, जो अनमोल खर्च करके भी खरीदी नहीं जा सकती।
वरना स्वार्थ की दुनिया है
भगवान को प्राप्त करने के लिए भाव ऐसा होना चाहिए जो भक्ति में हो वरना स्वार्थ की दुनिया है। चारों तरफ दुख ही दुख के अलावा कुछ भी नहीं नजर आता है। भक्ति महारानी के बारे में बताया कि किस प्रकार उसके दो पुत्र ज्ञान वैराग्य अचेत अवस्था में पड़े हुए हैं और वह वृंदावन में रहती है, उस पर संत रूपी देव ऋ षि नारद की कृपा होती है। वह बताते हैं कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से तुम्हारे पुत्र अचेत अवस्था से बाहर आ जाएंगे। ऐसा ही होता है और भक्ति महारानी अपने पुत्रों सहित भक्तों के हृदय में निवास करती है। कथा व्यास ने कहा कि मृत्यु ऐसा भय है जिसे राजा रंक फकीर सभी डरते हैं परंतु उस डर को निकालने के लिए हमें भगवान की शरण प्राप्त करनी होगी। उससे मृत्यु का डर अपने आप समाप्त हो जाता है। जननी शक्ति महिला ट्रस्ट की अध्यक्ष सुषमा प्रेमशंकर सिंह ने बताया कि सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में ट्रस्ट की पदाधिकारी सुमिता सुमन सिंह, सीमा दीक्षित, पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह, सांसद विनायक राउत, विधायक संजय पोतनीस, सीमा द्विवेदी, भाजपा नेता आर. यू. सिंह, अमरजीत सिंह, संतोष पांडेय, सुनीता यादव, श्रीराम दुबे, विकास तिवारी, हृदय नारायण सिंह, रामसेवक सिंह, विनोद सिंह, पूजा सिंह, सीमा सिंह, खुशबू सिंह, लीला परदेशी, विमला तिवारी आदि सहित अढनपुर ग्रामवासियों का योगदान रहता है।
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