सूत्रों के मुताबिक टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने 5जी के ट्रायल और ऑक्शन से चाइनीज कंपनियों को बाहर रखने का सुझाव दिया है। दूरसंचार विभाग ने कहा कि चाइनीज कंपनियां ट्रायल या ऑक्शन में शामिल नहीं हो सकती हैं। एक अधिकारी ने बताया, दिसंबर 2019 में जिन कंपनियों ने एप्लिकेशन जमा किया था, हमने उनमें से सिर्फ नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग को ही 5जी ट्रायल में शामिल होने की अनुमति दी है। भारती एयरटेल ने भी अपना एप्लिकेशन जमा किया है और वह सैमसंग, नोकिया, हुवावे और एरिक्सन के साथ साझेदारी में 5जी ट्रायल केरगी। हुवावे जैसी चाइनीज कंपनियों को 5जी से दूर रखा गया है।