पिछले साल चुनी गई थी कंपनियां
पथ निर्माण मंत्री और सूबे के वरिष्ठ भाजपा नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि चीन की ज्यादतियों के बाद हम उसे अब सहन करने वाले नहीं हैं। पिछले साल दिसंबर में केंद्र सरकार के आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने पुल निर्माण के लिए चाइना हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी और शानशी रोड ब्रिज गु्रप कंपनी (ज्वाइंट वेंचर) का चयन किया था। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही इस कमेटी के अध्यक्ष हैं। नंदकिशोर यादव ने बताया कि कंपनियों को चाइनीज पार्टनर बदलने के लिए कहा गया था। मगर वे ऐसा करने को तैयार नहीं हुए। अब नए सिरे से निर्माण कंपनियों का चयन किया जाएगा।
गांधी सेतु के समानांतर बनेगा पुल
गंगा नदी पर गांधी सेतु के समानांतर पटना से वैशाली तक 14.500 किलोमीटर लंबे पुल निर्माण का प्रोजेक्ट भारत सरकार के सहयोग से पूरा होना है। प्रोजेक्ट में 5.634 किलोमीटर लंबा गंगा सेतु है जो गंगा के ऊपर और एन एच19 से संबंध रखता है। इसमें चार अंडरपास एक रेल ओवरब्रिज,1580 मीटर एक और पुल,चार छोटे पुल, पांच बस शेल्टर और 13 रोड चौराहे बनाए जाने हैं। 29.26 अरब की अनुमानित लागत से 3.5 वर्षों में निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य निर्धारित है।