सादुलपुर/चूरू. रेवाड़ी-सादुलपुर रेलखंड स्थित सतनाली-नवां के बीच रविवार रात करीब 2.35 बजे इलेक्ट्रीकल सामान से भरा कंटेनर दिल्ली-सरायरोहिल्ला बीकानेर सुपरफास्ट ट्रेन से टकरा गया।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक सतनाली-नवां के बीच रेलवे लाइन पार कर रहा कंटेनर ट्रेन की चपेट में आ गया। ट्रेन से टकराकर कंटेनर आग में लग गई। हादसे में ट्रेन के इंजन में भी आग लग गई।
ट्रेन की टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि कंटेनर के परखच्चे उड़ गए। तीन हिस्सों में बंटे कंटेनर का अगला हिस्सा ट्रेन के इंजन में फंस कर लगभग 300 मीटर तक घसीटता चला गया।
हालांकि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। घटना के बाद रेल प्रशासन ने दूसरा इंजन मंगवाकर ट्रेन को वापस रेवाड़ी ले जाकर व रूट बदलकर रेवाड़ी से भिवानी-हिसार-सादुलपुर के रास्ते बीकानेर भेजा।
दिल्ली से पहुंची क्रेन एवं अन्य संसाधनों से क्षतिग्रस्त इंजिन को उठाकर अलग किया गया तथा ट्रेक को दुरस्त किया गया। हादसे के कारण करीब 10 घंटे तक रेलखंड बंद रहा। जो सुबह दस बजे बाद बहाल हो सका।
ट्रेन के चालक केसरीसिंह की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। उसने स्पीड को कंट्रोल करते हुए आपातकालीन ब्र्रेक लगाकर टे्रन को रोक लिया। इससे बड़ा हादसा टल गया।
घटना के बाद रेल प्रशासन ने रेलखंड पर दौडऩे वाली पांच ट्रेनें रद्द कर दी। जबकि चार ट्रेनों का रूट बदल दिया। रेलवे के मुताबिक बीकानेर-दिल्ली ट्रेन को लुहारू से वापस बुलाकर वाया हिसार दिल्ली भेजा गया। इसके अलावा सालासर एक्सप्रेस एवं तिलकब्रिज ट्रेन को भी हिसार के रास्ते संचालित किया गया।
नवां हाल्ट स्टेशन के पास अंडरपास के नजदीक से गुजर रहे इलेक्ट्रिक सामान से भरे कंटेनर के चालक ने कंटेनर को अंडरपास से ले जाने के बजाय ट्रेक के ऊपर से ले जाने का प्रयास किया। जिसके कारण कंटेनर पटरियों में फंस गया तथा अपने निर्धारित समय से आ रही दिल्ली-बीकानेर सुपरफास्ट ट्रेन की चपेट में आ गया। घटना के बाद कंटेनर चालक फरार हो गया।