सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक गाइडलाइन के मुताबिक नियोक्ता यदि कर्मचारियों को प्रोत्साहित करें तो विश्व अर्थव्यवस्था में 100 बिलियन डॉलर सालाना का सुधार हो सकता है। प्रतिदिन 15 मिनट या एक किलोमीटर टहलने से जीवन प्रत्याशा के साथ ही उत्पादकता भी बढ़ेगी, जिससे आर्थिक विकास होगा। लोग कम बीमार होंगे और मृत्यु दर में कमी आएगी। यानी स्वस्थ रहकर कर्मचारी अर्थव्यवस्था में लंबे समय तक सक्रिय योगदान दे सकते हैं।
स्वास्थ्य बीमा समूह विटैलिटी व थिंक टैंक ‘रैंड यूरोप’ के अध्ययन में ये बात सामने आई। विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह है कि सभी वयस्कों को सप्ताह में कम से कम 150 मिनट का मध्यम व्यायाम या 75 मिनट फुर्तीला व्यायाम करना चाहिए। पिछले वर्ष एक अध्ययन में पाया गया था कि अमरीका में लगभग 40 फीसदी वयस्क, ब्रिटेन में 36 और चीन में 14 फीसदी लोगों ने काफी कम व्यायाम किया है, जो सेहत के लिए ठीक नहीं है। अध्ययन में यह भी बताया गया है कि 40 वर्ष के व्यक्ति भी प्रतिदिन 20 मिनट जॉगिंग कर खुद को स्वस्थ रख सकते हैं और जीवन प्रत्याशा बढ़ा सकते हैं।
रैंड यूरोप के अध्ययन में सात देशों के एक लाख 20 हजार लोगों की राय ली गई। इसके बाद शारीरिक गतिविधियों के संभावित आर्थिक लाभ का एक मॉडल तैयार किया गया। इसके मुताबिक नीति निर्माताओं और नियोक्ताओं को नई पीढ़ी की उत्पादकता बढ़ाने के तरीकों पर विचार करना चाहिए।