पी. सुमन, कविता, अलीशा कश्यप, उमा मरकाम, मीनाक्षी नेताम बताती हैं कि पियस को देख उन्हें भी हिम्मत मिली और वे इस क्षेत्र में आ गईं। उनका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल में रेफरी बनना है, ताकि दूसरी लड़कियां भी क्षेत्र में आगे आ सकें।
रायपुर की आकांक्षा सोनी भी रेफरी हैं। पिछले साल ही उनकी शादी हुई। उनके काम में पति और ससुराल वालों का पूरा सहयोग रहता है। आकांक्षा बताती हैं कि उनके पति भी अच्छे फुटबॉलर है, इसलिए इस खेल और कॅरियर को अच्छी तरह समझते हैं।