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डायबिटीज को दूर करने की नायाब तकनीक

Published: Feb 06, 2023 05:42:22 pm

जयपुर. देश में मधुमेह एवं रक्तचाप के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है। इसके पीछे मूल कारण जंक फूड एवं तला-भुना, मसालेदार एवं अधिक नमक वाला भोजन तथा बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल कह सकते हैं। ऐसे में स्वर्ण पदक वैज्ञानिक डॉ. एस. कुमार एक ऐसी थैरेपी लेकर आए हैं, जिसके चौंकाने वाले परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

डायबिटीज को दूर करने की नायाब तकनीक

डायबिटीज को दूर करने की नायाब तकनीक

डॉ. कुमार वर्षों से देशभर में एप्रोप्रिएट डाइट थैरेपी सेन्टर के द्वारा सेवाएं दे रहे हैं। मधुमेह से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के साथ-साथ खान-पान से ही रोग को ठीक करने की यह अनूठी थैरेपी की सुविधा अब जयपुर में भी शुरू हो गई है।
गंभीर बीमारियों से निजात पाएं
लालकोठी क्षेत्र में ज्योति नगर पुलिस थाने के सामने स्वर्ण पदक वैज्ञानिक डॉ. एस. कुमार के एप्रोप्रिएट डाइट थैरेपी सेन्टर ने सेवाएं देना शुरू कर दिया है। डॉ. कुमार ने कहा, भाग दौड़ की जिंदगी में दिनचर्या बिगड़ गई है। इस तरह की थैरेपी कारगर साबित हो रही है। खासकर मधुमेह रागियों को इसका लाभ मिल रहा है। आहार चिकित्सा एवं दैनिक दिनचर्या में छोटे-मोटे बदलाव कर मधुमेह, किडनी, हृदय, रक्तचाप एवं कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से निजात पाई जा सकती है। बीमारियों का प्रमुख कारण शरीर में पाए जाने वाले तत्वों का असंतुलन है। अधिकांश लोग सात्विक भोजन की बजाय अधिक तला-भुना, मसालेदार एवं अधिक नमक वाला भोजन कर रहे हैं। इससे घर-घर में मधुमेह एवं रक्तचाप के मरीज बढ़ रहे हैं। डॉ. कुमार ने बताया देश में 97 फीसदी लोग बढ़ी हुई शुगर के कारण मधुमेह की दवाएं ले रहे हैं, जबकि डायट थैरेपी से शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है।
सात्विक भोजन से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
डॉ. कुमार ने बताया, भोजन मीठा, नमकीन, खट्टा, तीखा, कड़वा एवं कसैला आदि सभी छहों रसों से युक्त होना चाहिए। रसों की अधिकता या कमी मनुष्य को शरीर की प्रकृति के अनुसार करनी चाहिए। हमें ऐसा भोजन करना चाहिए, जो कि शरीर को ऊर्जा देकर रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं। तला-भुना एवं गरिष्ठ भोजन तथा अनावश्यक दवाएं लेने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, सात्विक भोजन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कभी भी जल्दबाजी में भोजन न करें। साथ ही भोजन खूब चबा-चबा कर खाना चाहिए। इससे लार अच्छे से बनती है, जो भोजन पचाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
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