कटनी

सिविल सर्जन के सामने सैकड़ों लोगों के बीच आत्महत्या को आमादा हो गई नर्स, लगाये गंभीर आरोप, देखें वीडियो

अस्पताल प्रबंधन की प्रताडऩा से तंग आकर नर्स ने दी आत्महत्या की चेतवानीडायल 100 पर दी सूचना, एफआईआर न करने स्टॉफ ने बनाया दबाव

कटनीOct 08, 2018 / 12:12 pm

balmeek pandey

Salary taking staff nurse in direct, scholarship taking in Bhopal

कटनी. जिला अस्पताल में उस समय हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई, जब अचानक एक नर्स प्रताडऩा से तंग आकर आग बबूला हो गई और चीख-चीखकर कहने लगी कि आप लोग मुझे इस तरह से प्रताडि़त करोगे तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। सबसे के सामने ऐसा राज खोल दूंगी कि अस्पताल बंद हो जाएगा। इतना सुन जिला अस्पताल के अधिकारी-कर्मचारी सकते में आ गए और उसे मनाने का प्रयास करने लगे। इसी बीच पुलिस भी पहुंच गई और नर्स से मामले की जानकारी लेने लगी। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में पदस्थ श्वेता सिंह का आरोप है कि हर दिन 15 दिन में बार-बार उसकी ड्यूटी चेंज की जा रही थी। लिपिक अंकित पर भी प्रताडऩा का आरोप लगाया। नर्स अस्पताल परिसर में जोर-जोर से चिल्ला रही थी कि उसे प्रताडि़त न किया जाये नहीं तो वह आत्महत्या कर लेगी। नर्स ने डायल 100 में भी सूचना दी। सूचना मिलते ही डायल 100 पहुंच गई और वाहन में नर्स को बैठाकर उसके कथन लेने लगी। इसी बीच सीएस ऑफिस के कर्मचारियों ने उसे मनाया और जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय में बैठा लिया और फिर उस पर कार्रवाई न करने का दबाव बनाया गया।

बंद कर दिया था कमरे में
विवाद बढ़ते देख मौके पर भारी संख्या में अन्य नर्सें पहुंच गई। किसी तर मान-मन्नौवल कर नर्स को डायल 100 से उतार लिया और उसे पहले सीएस के चेम्बर में ले जाने का प्रयास किया, लेकिन ताला लटके होने के कारण फिर उसे जननी सुरक्षा योजना के कार्यल में लेजाकर बंद कर दिया गया। बंद कमरे में नर्स से चर्चा की जाती रही। काफी समय के बाद मामला शांत हुआ।

चौकी पुलिस को नहीं दी सूचना
हैरानी की बात तो यह रही काफी देर तक नर्स का ड्रामा चलता रहा है, लेकिन चौकी पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। काफी समय के बाद चौकी से एक कर्मचारी मौके पर पहुंचा तो स्टाफ नर्स ने साफ मना कर दिया कि वह चौकी वालों से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। इसके पीछे की मुख्य वजह रही है कि चौकी पुलिस की निष्क्रिय कार्यप्रणाली। चिकित्सकों और कर्मचारियों का आरोप था कि पूर्व में कई बार ऐसे मामले सामने आये हैं, लेकिन पुलिस सुनवाई नहीं करती थी।

हमेशा बन रही विवाद की स्थिति
काबिले गौर है कि जिला अस्पताल में पिछले कुछ माह से हर रोज कुछ न कुछ विवाद की स्थिति बन रही है। कभी सफाई कर्मचारियों को निकाल देने के मामले में हंगामा होता है तो कभी डॉक्टर न रहने पर। कभी ब्लड बैंक में तो लैब में समस्या निर्मित हो रही है। कभी डॉक्टरों से अभद्रता तो कभी नर्सिंग स्टॉफ से अभद्रता हो रही है।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.