डॉ. निनामा ने बताया कि शाम को सिंगपुरा, गनोड़ा से बुजुर्ग यहां लाया गया। उसे सांस लेने में ज्यादा दिक्कत पर उदयपुर रेफर किया ही था कि अचानक खून की उल्टी हुई और मौत हो गई। परिजनों से हुई पूछताछ से बुजुर्ग के टीबी रोगी होने और 2-3 माह से उपचार होने की जानकारी मिली। बुजुर्ग हाल ही अहमदाबाद से आया था। इसके मद्देनजर उसका सेम्पल पहले ही लेकर उदयपुर रवाना कर दिया गया था। बाद में रेफर करते ही मृत्यु पर अब मौत के असल कारण की पुष्टि जांच रिपोर्ट से ही होगी।
इससे पहले यहां आइसोलेशन वार्ड में मौजूद पुलिस निरीक्षक और कोहाला के युवक के दूसरी बार करवाए टेस्ट की मिली रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इस बीच, रेपिड रेस्पांस टीम और अस्पताल में कुल 751 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें कोई संदिग्ध नहीं मिला है। गौरतलब है कि इससे पहले अस्पताल में फ्रांस से आए दंपती और फिर 23 मार्च को आए दो युवाओं की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें होम क्वारेंटाइन भेजा गया है।
आखिर ताला तोड़कर खुलवाया बंदियों का वार्ड
अब तक स्टाफ संकट से बंद बताए गए बंदियों के वार्ड को अब जगह की आवश्यकता पर खुलवाया गया। इसकी चाबी नहीं मिलने पर ताला तोड़कर महीनों के धूल-धूसरित वार्ड की सफाई करवाई गई। अब संदिग्धों को भर्ती करने में इसका इस्तेमाल होगा।
अब तक स्टाफ संकट से बंद बताए गए बंदियों के वार्ड को अब जगह की आवश्यकता पर खुलवाया गया। इसकी चाबी नहीं मिलने पर ताला तोड़कर महीनों के धूल-धूसरित वार्ड की सफाई करवाई गई। अब संदिग्धों को भर्ती करने में इसका इस्तेमाल होगा।
जिले में चार आइसोलेशन की तैयारी
उधर, जिला मुख्यालय के अलावा अब चिकित्सा विभाग ने घाटोल, कुशलगढ़, बागीदौरा और परतापुर में आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारी की।
उधर, जिला मुख्यालय के अलावा अब चिकित्सा विभाग ने घाटोल, कुशलगढ़, बागीदौरा और परतापुर में आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारी की।