हर तरह की राहत अब तीन महीने और बढ़ी
27 मार्च को किए गए मोराटोरियम को अब तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। तीन महीने के लिए दिए गए हर तरह की राहत को अब और तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। यानी मोराटोरियम एक जून से 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है, आपको और तीन महीने के लिए लोन की किस्त टालने का ऑप्शन मिल गया है। इसके अलावा सिडबी को अतिरिक्त फ्लेक्सिबिलिटी का ऐलान किया गया। 90 दिन के टर्म लोन के लिए 90 दिनों का और एक्टेंशन दिया गया है। इससे एमएसएमई सेक्टर को अडिशनल सपॉर्ट मिलेगा।
27 मार्च को किए गए मोराटोरियम को अब तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। तीन महीने के लिए दिए गए हर तरह की राहत को अब और तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। यानी मोराटोरियम एक जून से 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है, आपको और तीन महीने के लिए लोन की किस्त टालने का ऑप्शन मिल गया है। इसके अलावा सिडबी को अतिरिक्त फ्लेक्सिबिलिटी का ऐलान किया गया। 90 दिन के टर्म लोन के लिए 90 दिनों का और एक्टेंशन दिया गया है। इससे एमएसएमई सेक्टर को अडिशनल सपॉर्ट मिलेगा।
जीडीपी को लेकर चिंता जताई
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने जीडीपी को लेकर चिंता जताई और कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में ग्रोथ नेगेटिव टिरिटरी में रह सकती है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा झटका प्राइवेट कन्जंप्शन को लगा है। कन्ज्यूमर ड्यूरेबल्स का प्रोडक्शन मार्च 2020 में 33 फीसदी घट गया। वहीं मर्केडाइज एक्सपोर्ट 30 साल के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने जीडीपी को लेकर चिंता जताई और कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में ग्रोथ नेगेटिव टिरिटरी में रह सकती है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा झटका प्राइवेट कन्जंप्शन को लगा है। कन्ज्यूमर ड्यूरेबल्स का प्रोडक्शन मार्च 2020 में 33 फीसदी घट गया। वहीं मर्केडाइज एक्सपोर्ट 30 साल के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया है।
पहली छमाही में महंगाई उच्च स्तर
दास ने कहा, साल की पहली छमाही में महंगाई उच्च स्तर पर रह सकती है, लेकिन दूसरी छमाही में इसमें गिरावट आने की उम्मीद है। तीसरी-चौथी छमाही में यह 4 फीसदी से नीचे आ सकती है।
दास ने कहा, साल की पहली छमाही में महंगाई उच्च स्तर पर रह सकती है, लेकिन दूसरी छमाही में इसमें गिरावट आने की उम्मीद है। तीसरी-चौथी छमाही में यह 4 फीसदी से नीचे आ सकती है।
आयात-निर्यात को बढ़ावा
आयात-निर्यात को बढ़ाने के लिए आरबीआई ने कई ऐलान किए। प्रीशिपमेंट और पोस्ट शिपमेंट के लिए एक्सपोर्ट क्रेडिट के परमिसिबल पीरियड को एक साल से बढ़ाकर 15 महीने के लिए कर दिया गया। यूएस डॉलर स्वॉप फसिलिटी के लिए एक्जिम बैंक को 15000 करोड़ रुपए का आवंटन।
आयात-निर्यात को बढ़ाने के लिए आरबीआई ने कई ऐलान किए। प्रीशिपमेंट और पोस्ट शिपमेंट के लिए एक्सपोर्ट क्रेडिट के परमिसिबल पीरियड को एक साल से बढ़ाकर 15 महीने के लिए कर दिया गया। यूएस डॉलर स्वॉप फसिलिटी के लिए एक्जिम बैंक को 15000 करोड़ रुपए का आवंटन।