read more : एक समय था जब घर की जरूरत के सभी प्रकार के सामान मेले से ही लिए जाते थे। आज जमाना बदल गया और गांव व शहरों में सभी प्रकार के सामाने की दुकानें और मॉल बन गए, लेकिन आज भी मेले लोगों की पसंद बने हुए हैं। सभापति अली अहमद ने कहा कि मेले में मनोरंजन के साथ खरीदारी का आनंद अलग ही होता है।
एक छत के नीचे सभी प्रकार की जरूरत के सामान आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। वहीं परिवार को मनोरंज का भी आनंद मिल जाता है। अली ने कहा कि भाग-दौड़ भरी जिंदगी में परिवार के साथ घूमने का आनंद मेले ही देते हैं। कार्यवाहक आयुक्त कन्हैयालाल मीणा ने कहा कि मेले राजस्थान की शान है।
मेले गांव में ही नहीं शहर में भी पसंद किए जाते हैं। गांधी खेल मैदान में मेला सुबह 11 बजे से शुरू हो रहा है। मेला रात दस बजे तक चल रहा है। मेले में शहर समेत ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को एक छत के नीचे जहां मनोरंजन का भरपूर आनंद मिलेगा।
वहीं घर के सभी प्रकार के सामान आसानी से मिल जाएंगे। मेला प्रभारी जावेद आलम ने बताया कि मेले में सर्दीके विशेष समेत अन्य कपड़े, बच्चों के लिए कपड़े, आभूषण, कॉस्मेटिक के सामान, हर्बल प्रोडेक्ट, चूरन, चटनी, मसाले, तिल का तेल व कुट्टा, कारपेट, सहारनपुर का फर्नीचर, खुरजा की क्रॉकरी, कश्मीर के शॉल, मेरठ की खादी, किताबें समेत घर की जरूरत का सभी प्रकार का सामान मिलेगा।
इसके अलावा मनोरंजन के लिए झूले, चकरी, भूत बंगला, हंसी का घर और विशेष आकर्षण में डायनासोर पार्क होगा। इसमें करोड़ों साल पुराने जीवों को देखने का मौका मिलेगा।
जगमगाती लाइटों के बीच लोग घूमने व खान-पान का आनंद लेंगे। सफाईका विशेष ध्यान रखा गया है। मेले में खरीदारी, खान-पान व मनोरंजन के सभी संशाधन मौजूद होंगे। उद्घाटन के दौरान पंडित शैलेन्द्र शर्मा, इम्तियाज खान, पार्षद शाहिद सईद, यासीन, मुन्ना, अजय चौरासिया आदि मौजूद थे।