शहर के दो क्षेत्रों में तेंदुए के शिकार करने की खबर मिली है। दोनों क्षेत्रों में गश्त की जा रही है। वन विभाग की चौकी में बकरे के शिकार के मामले में जांच की जाएगी।
रवींद्र मणि त्रिपाठी, डीएफओ
दो स्थानों पर तेंदुए ने किया शिकार, फिर बढ़ी दहशत
जबलपुर•Jan 28, 2020 / 12:07 am•
shivmangal singh
Leopard Terror
जबलपुर . तेंदुए ने शहर से सटे इलाकों में अपनी फिर से उपस्थिति दर्ज कराई है। इसके चलते कई क्षेत्रों में दहशत बढ़ गई है। तेंदुआ शहर के आसपास कई इलाकों में महीनों से सक्रियता दिखा रहा है। कई स्थानों पर तेंदुए के पग मार्क भी देखे गए हैं। इसके चलते प्रशासनिक अमले में भी काफी हलचल है।
शहर के अलग-अलग क्षेत्र में रविवार रात दो तेंदुओं के दिखने की हलचल रही। ठाकुरताल की वन चौकी के पास तेंदुए ने बकरे और डुमना रोड स्थित सैनिक सोसाइटी के पास दूसरे तेंदुए ने कुत्ते का शिकार किया। सोमवार की रात वन विभाग की टीम ने क्षेत्रों में गश्त की।
रामपुर क्षेत्र में जलपरी से नया गांव कॉलोनी की ओर वन चौकी के पास रविवार रात करीब 3 बजे चौकीदार के पास बंधे हुए बकरे को तेंदुआ उठा ले गया। चौकीदार के अनुसार उनकी नींद खुली तो रस्सी टूटी थी और बकरा मौके पर नहीं था। मौके पर पगमार्क मिले हैं। वन विभाग के कर्मचारी एक माह से उसी बकरे को पिंजरे में रखकर तेंदुए को पकडऩे की कोशिश कर रहे थे।
छेवला गांव के पास सैन्य संस्थान की पहाडिय़ों में 14 जनवरी को शिकारियों के फंदे में फंसने से तेंदुए की मौत हो गई थी। उसके बाद नया गांव सोसाइटी के आसपास तेंदुए के दिखने की खबर नहीं आ रही थी। एमपीइबी के एससी आनंद तिवारी एवं सोसाइटी अध्यक्ष रजत भार्गव के अनुसार ट्रंसफार्मर स्टोर के पास 26 जनवरी की सुबह 8 बजे ड्राइवर ने वन चौकी के समीप हनुमान मंदिर के पास तेंदुआ देखा था। वन विभाग का दावा है कि इस क्षेत्र में 8 ट्रैप कैमरे और 6 पिंजरे रखे गए हैं। उधर डुमना रोड स्थित पिय्रदर्शिनी कॉलोनी के समीप सैनिक सोसाइटी में रविवार की रात तेंदुए ने कुत्ते का शिकार किया। एयरपोर्ट में सोलर पैनल का कार्य करने वाले श्रमिकों ने तेंदुए को शिकार करते हुए देखा। कुलदीप सिंह, सुशील नेमा, पवन तिवारी, अजय मिश्रा ने बताया कि कॉलोनी के लोगों ने टार्च की रोशनी में पहाडिय़ों में देखा लेकिन तेंदुआ आगे निकल गया।
शहर के दो क्षेत्रों में तेंदुए के शिकार करने की खबर मिली है। दोनों क्षेत्रों में गश्त की जा रही है। वन विभाग की चौकी में बकरे के शिकार के मामले में जांच की जाएगी।
रवींद्र मणि त्रिपाठी, डीएफओ