आग पर समय रहते काबू पाने के लिए उपखण्ड स्तर पर नहीं कोई व्यवस्था
- जिला मुख्यालय से मंगवानी पड़ती है दमकल
- गेहूं के सीजन में दमकल के अभाव में किसानों को हो रहा नुकसान
- जनप्रतिनिधि व प्रशासन मौन
हनुमानगढ़
Published: April 24, 2022 10:35:28 pm
हनुमानगढ़-रावतसर. गर्मी की शुरुआत के साथ ही क्षेत्र में आग लगने की घटनाएं शरू हो जाती हैं। परन्तु आग पर समय रहते काबू पाने के लिए रावतसर उपखण्ड मुख्यालय पर दमकल की व्यवस्था नहीं होना यह क्षेत्रवासियों के लिए बड़ी चिंता का कारण है। मगर यह चिंता स्थानीय जनप्रतिनिधियों व उपखण्ड प्रशासन में नजर नहीं आती। इसीलिए कांग्रेस-भाजपा सबकी सरकार आई और चली गई। मगर किसी ने दमकल को लेकर गंभीर प्रयास कर यह सुविधा मुहैया नहीं कराई।
एक तरफ गर्मी की शुरुआत होती है तो वहीं दूसरी तरफ खेतों मे गेहूं पकाव पर होती है। खेतों से गुजरने वाली हाइवोल्टेज तारों में स्पार्किंग व अन्य कारणों से गेहूं की खड़ी फसलों में आग लग जाती है। इससे किसानों की पकी पकाई गेहूं की फसल जलकर राख हो जाती है। उनको काफी नुकसान झेलना पड़ता है।
उपखण्ड क्षेत्र रावतसर में हर बार आग लगने के बाद कुआं खोदने वाली कहावत चरितार्थ होती है। मगर समय रहते जनप्रतिनिधि व प्रशासन की ओर से दमकल की मांग को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जाती। आग लगने की घटना होने के बाद उस पर काबू पाने के लिए जिला मुख्यालय हनुमानगढ़ या ४५ किलोमीटर दूर नोहर एवं पीलीबंगा से दमकल मंगवाई जाती है। तब तक खेतों में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह से जलकर राख हो चुकी होती है। उपखण्ड मुख्यालय से ४५ किलोमीटर दूर से जब तक गंतव्य तक दमकल पहुंचती है तब तक ग्रामीण ही आग पर काबू पाने के लिए जूझते रहते हैं। टैंकरों से पानी डालकर या ट्रैक्टरों से तोई लगाकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया जाता है। इसके बाद दमकल पहुंचती है जो खानापूर्ति कर वापिस चली जाती है।
राजस्थान जाट महासभा के जिलाध्यक्ष रामजस बुरड़क बताते हैं कि यहां दमकल नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। यहां का राजनीतिक नेतृत्व भी इस मामले में शून्य साबित हुआ है। अगर शीघ्र ही दमकल की व्यवस्था नहीं हुई तो बड़े स्तर पर आन्दोलन किया जाएगा।
जब झेलनी पड़ी परेशानी
मेगा हाइवे पल्लू रोड पर लगभग दो माह पूर्व दो ट्रोलों में आपसी भिडंत के बाद उनमें आग लग गई। इससे दोनों ट्रोले पूरी तरह जलकर कबाड़ हो गए। मौके पर नगरपालिका की छोटी दमकल पहुंची। लेकिन उससे आग पर काबू नहीं पाया जा सका। आग लगने के लगभग एक घंटे बाद हनुमानगढ़ से दमकल पहुंची। तब राजस्थान जाट महासभा के जिलाध्यक्ष रामजस बुरड़क के नेतृत्व में दमकल की मांग को लेकर मौके पर ही धरना लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। उपखण्ड अधिकारी ने जल्द ही कृषि उपज मण्डी समिति व नगरपालिका से दमकल की व्यवस्था करवाने का आश्वासन दिया था।
मेहनत पर फिरा पानी
ग्राम पंचायत धन्नासर में दो अप्रेल को हाइवोल्टेज लाइन के तारों में फाल्ट आने से लेखराम पुत्र रामचन्द्र सिहाग के खेत में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई। इससे गेहंूं की फसल जलकर राख हो गई। गांव नेहरावाली ढाणी के नजदीक चक २० आरडब्यूडी-सी के एक खेत में विद्युत लाइन से निकली चिंगारी से टोपरिया निवासी दयाराम सहू के खेत में लगभग तीन बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। ग्राम पंचायत २२ एजी के चक १९ एजी में पड़ी लगभग तीन ट्रॉली लकडिय़ों में आग लग गई। सूचना पर नगरपालिका की दमकल मौके पर पहुंची। परन्तु दमकल छोटी होने के कारण आग पर काबू पाने में बहुत दिक्कत हुई। लकडिय़ां पूर्णत: जल गई। थालड़का के चक १७ आरडब्ल्यूडी में १२ अप्रेल २०२२ को खेत में आग लगने से हाकमराम सहारण, भूपसिंह सहारण व रामकुमार सहारण की गेहूं की फसल जल गई। जब तक दमकल मौके पर पहुंची तब तक लगभग ३० बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो चुकी थी।
प्रस्ताव कर दिया खारिज
कृषि उपज मण्डी रावतसर के सचिव सुभाष सहारण का कहना है कि दमकल की व्यवस्था को लेकर मण्डी समिति ने प्रस्ताव भिजवाया था। परन्तु विभाग ने आग बुझाने का कार्य नगरपालिका या आपदा प्रंबधन का होना बताकर प्रस्ताव नामंजूर कर दिया। कृषि उपज मण्डी पीलीबंगा ने दमकल खरीद कर नगरपालिका पीलीबंगा को सौंप दी थी। उसका हवाला देकर अब पुन: प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। वहीं नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी प्रमोद स्वामी का कहना है कि नगरगपालिका ने कृषि उपज मण्डी को दमकल खरीद का प्रस्ताव भिजवाया था। गत नगरपालिका बोर्ड में बैठक में बड़ी दमकल का प्रस्ताव लेकर भिजवाया गया था।
.... प्लस फोटो..
कैप्सन:- रावतसर: गेहूं की फसल में लगी आग। फाइल फोटो। आरडब्ल्यू२५०४जे१

आग पर समय रहते काबू पाने के लिए उपखण्ड स्तर पर नहीं कोई व्यवस्था
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