इस भारतीय महिला धावक ने साबित किया 'डर के आगे जीत है'
भारतीय महिला धावक ने जमैका के वेलोसिटी फेस्ट में 100 मीटर दौड़ में हिस्सा लेकर यह उपलब्धि हासिल की है, 11.78 सेकंड्स के साथ वे तीसरे स्थान पर रहीं।

कोरोना महामारी के चलते टोक्यो ओलंपिक्स के रद्द होने के कारण तैयारी कर रहे एथलीट निराश हैं। लेकिन भारतीय महिला धावक सराबानी नंदा ने निराश होने की बजाय दूसरे टूर्नामेंट्स पर अपना ध्यान केन्द्रित किया। हाल ही जमैका के वेलोसिटी फेस्ट में नंदा ने 100 मीटर रेस में भाग लेकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। 29 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 11.78 सेकंड्स में रेस पूरी की। इसी के साथ ओडिशा की इस खिलाड़ी के नाम के साथ एक और उपलब्धि भी जुड़ गई है। कोरोना महामारी के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर की किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेने वाली वे देश की पहली एथलीट बन गई हैं। कोरोना के बाद वेलोसिटी फेस्ट का यह पहला आयोजन था जिसमें नंदा ने भाग लिया। वे 100 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर की स्प्रिंट रेस की मजबूत खिलाड़ी हैं। 100 मीटर रेस में 11.45 सेकंड्स और 200 मीटर में 23.07 सेकंड्स उनका सर्वोच्च निजी स्कोर है। इतना ही नहीं नंदा ने 2016 में साउथ एशियन गेम्स में 200 मीटर और 100 मीटर रेस में स्वर्ण और रजत पदक भी जीते हैं। उन्होंने 2016 के रिओ ओलंपिक्स में दुती चंद के साथ भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
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