जबलपुर, लॉक डाउन के पूर्व एक मानसिक रूप से बीमार बालक जबलपुर आ गया था। वह जनवरी से यहीं रह रहा था। लॉक डाउन में उसकी जानकारी जीआरपी को लगी। जिसके बाद जीआरपी ने काफी मशक्कत के बाद परिजनों को तलाशा। लेकिन उन्होंने आने में असमर्थता जाहिर की, तब जीआरपी ने जिला प्रशासन से बातचीत की। जिसके बाद बुधवार को बालक को निजी वाहन से उसके घर भेजा गया। जीआरपी थाना प्रभारी मंजीत सिंह ने बताया कि लगभग 14 वर्षीय बालक पिछले लंबे समय से जबलपुर स्टेशन पर रह रहा था। लॉक डाउन के दौरान उसकी जानकारी लगी। बातचीत के आधार पर पता चला कि वह पंजाब का है। जिसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी पहचान की गई। बुधवार को कलेक्टर भरत यादव ने बालक को उसके घर भेजने के निर्देश दिए। जिसके बाद जीआरपी के एएसआई दिलीप बढ़ई और आरक्षक राजकुमार को बालक को छोडऩे के लिए रवाना हुए। तीनों निजी वाहन से पास के जरिए रवाना हुए।