नई दिल्ली। हर साल किसी न किसी के लिए खास होता है क्योंकि वो साल उसके लिए बहुत कुछ ले आता है और जाते-जाते भी बहुत कु छ देकर जाता है। साल 2017 भी हम में से किसी के लिए बहुत अच्छा रहा वहीं ये साल किसी-किसी के लिए उतना खास नहीं रहा। हांलाकि बात अगर अच्छे की हो तो ये साल मुस्लिम महिलाओं के लिए बहुत ही अहम रहा। कई ऐसे अहम फैसले लिए गए इस साल जो कि इन महिलाओं के हित में रहा। आइए देखते है साल 2017 मुस्लिम संप्रदाय क ी महिलाओं के लिए किन वजहों से खास रहा...
इस साल सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया गया जिसका इन महिलाओं ने खुलकर स्वागत किया और इसे लेकर जश्न का माहौल बना रहा।
पहले देश के विभिन्न मुस्लिम संगठनो में महिलाओं की कोई भागीदारी नहीं होती थी लेकिन इस साल कई अहम मुद्दों की वजह से महिलाओं को भी इनमें से कई संगठनो में भाग लेना पड़ा। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से जमात-ए-इस्लामी हिंद जैसे संगठनों मे महिलाओं की भागीदारी बढ़ी।
इस साल में महिलाओं को स्टेडियम में मैच देखने की भी आजादी मिली।सऊदी अरब में महिलाएं अब स्टेडियम में बैठकर मैच का आनंद ले सकेंगी। हांलाकि इसकी शुरूआत अब 2018 से ही हो सके गी। इससे पहले सिर्फ पुरूषों को ही इस बात की आजादी थी।
सरकार द्वारा इस साल हज यात्रा के नियमों में भी बदलाव लाया गया ,अब मुस्लिम महिलाएं बिना किसी पुरूष को साथ लिए ही हज की यात्रा पर जा सकेंगी। इसके लिए सिर्फ दो बातों का ध्यान रखना होगा, एक हर गु्रप में चार महिलाओं का होना आवश्यक है और दूसरा ये कि प्रत्येक महिला की उम्र 45 साल से उपर होनी चाहिए।
साल 2017 में सऊदी अरब में महिलाओं के ड्राइविंग पर लगे बैन को भी हटा दिया गया। अभी तक सऊदी अरब में महिलाएं ड्राइविंग नहीं कर सकती थी। जून 2018 से यहां की महिलाएं ड्राइविंग कर सकेंगी।
सऊदी के स्टॉक बाजार में इस साल महिलाओं ने भी जमकर हिस्सा लिया। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ये यहां के सरकार द्वारा लिया गया एक अहम फैसला था।