कोटा

खैर की लकड़ी का मुख्य तस्कर नहीं मिला, जुर्माना लगाकर छोड़ा खेत मालिक

लकड़ी सिंगोली तहसील के कोज्या निवासी मुकेश खटीक लेकर आया था। मुकेश ने उससे 50 हजार रुपए में खेत गिरवी लिया

कोटाFeb 22, 2020 / 08:55 pm

Dilip

Forest Department filed a case

रावतभाटा. वनों से खैर की लकड़ी काटकर बेचने वाले मुख्य तस्कर की अब वन विभाग की जावदा रेंज की टीम को तलाश है। टीम ने आरोपी की तलाश को लेकर कई जगहों पर दबिश भी दी लेकिन सफलता नहीं मिली। अधिकारियों का कहना है कि उसी के पकड़े जाने पर पता चलेगा कि वह कब से वनों से लकड़ी काटकर बेच रहा है। लकड़ी कहां बेची रहा है। इस काम में कौन-कौन शमिल है।
जावदा रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी भंवरलाल मीणा ने बताया कि आरोपी मध्यप्रदेश के नीमच में फडिय़ा कोजा निवासी कालूराम भील से पूछताछ की गई। पूछताछ मेंं बताया कि उक्त लकड़ी सिंगोली तहसील के कोज्या निवासी मुकेश खटीक लेकर आया था। मुकेश ने उससे 50 हजार रुपए में खेत गिरवी लिया है लेकिन जावदा रेंज के अधिकारियों को यह बात हजम नहीं हो रही है। क्षेत्रीय वन अधिकारी का कहना है कि हालांकि कालूराम भील को 51 हजार रुपए जुर्माना लगाकर छोड़ दिया है लेकिन उस पर नजर रखी जा रही है। मुख्य सरगना मुकेश खटीक के पकड़े जाने पर पूरे मामले का खुलासा होगा। उधर जावदा रेंज की टीम ने मुकेश के ठिकानों पर दबिश भी दी लेकिन सफलता नहीं मिली। गौरतलब है कि वन विभाग रेंज बोराव व जावदा की टीम ने गुरुवार को वन खंड कृपापुरा स्थित एक खेत से करीब 25 से 30 क्विंटल खैर की लकड़ी जप्त की थी। मौके पर कालूराम भील को पकड़ा था, जिसे गिरफ्तार कर लिया। उक्त पेड़ बोराव रेंज वनखंड बांदरमुथा व जावदा रेंज के कृपापुरा से काटना बताया गया।
पूर्व मेें भी पकड़ा था
बोराव रेंज की टीम ने मंडेसरा नाका क्षेत्र में 21 जनवरी को मुकेश खटीक व लोकेश खटीक को 10 क्विंटल खैर की लकड़ी सहित पकड़ा था। टीम ने पिकअप व लकड़ी को जप्त कर लिया था। उस मामले में मुकेश खटीक जमानत पर चल रहा है।

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