गंगलाव तालाब में यह होने जा रहा बदलाव …
जोधपुर. शहर के ऐतिहासिक Ganglav Talab पर नगर निगम उत्तर की ओर से करवाए जा रहे Development Work का महापौर कुन्ती देवड़ा परिहार ने शनिवार को विकास कार्यों का निरीक्षण किया। अधिशाषी अभियंता राजेश बोडा ने महापौर को अवगत कराया कि तालाब में पड़ी जलकुंभी के कचरे को भी अनुभवी कार्मिकों की सहायता से निकलवा दिया गया है।
वर्तमान में नगर निगम उत्तर गंगलाव तालाब से मलबा निकालने का कार्य कर रहा है। अभी तक तालाब से करीबन 120 ट्रक मलबा निकाला जा चुका है। रास्ता संकरा होने और यातायात की समस्या होने के कारण अभी केवल रात में ही कार्य हो। शीघ्र ही तालाब से गंदे पानी को बाहर निकालने का कार्य भी कराया जाएगा। महापौर ने सीवर कनेक्शन से गंदा पानी तालाब में आ रहा है, उनको भी तुरंत बंद कराने का निर्देश दिए। इस दौरान स्थानीय निवासियों ने महापौर को तालाब में डूबी बगीची व मंदिर के बारे में जानकारी दी। पार्षद निसार अहमद , राकेश कल्ला, प्रदीप पंवार, अधीक्षण अभियंता पी. एस. तंवर मौजूद रहे।
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ट्यूबवेल के पानी की टेस्टिंग कराए बिना जोड़ दिया पेयजल लाइन से, लोगों के विरोध पर बंद
शहर के पीडब्ल्यूडी कॉलोनी क्षेत्र में जेडीए कार्यालय के सामने पीएचईडी ने एक ट्यूबवेल खुदवाया और उसके पानी की जांच कराए बिना उसे मुख्य पेयजल लाइन में जुड़वा दिया। स्थानीय लोगों को इसके बारे में जानकारी हुई तो विरोध हुआ। क्षेत्रीय निवासी महेन्द्र शेखावत ने बताया कि इस लापरवाही की शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई। पानी पीने लायक नहीं है, फिर भी बिना जांच कराएं उसको मुख्य लाइन से जोड़ दिया। इससे लोगो मे बीमारियों का खतरा बढ़ गया। लोगों की शिकायत पर जलदाय विभाग ने ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई बंद करवा दी। पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता जे.सी. व्यास ने बताया कि शहर में अन्य स्थानों पर भी ट्यूबवेल सप्लाई की व्यवस्था है। जिस दिन कैनाल के पानी की सप्लाई नहीं होती उस दिन ट्यूबवेल का पानी सप्लाई किया जाता है। इसमे विभाग हिदायत देता है कि इस पानी का उपयोग पीने के लिए नहीं किया जाए, फिर भी लोगों की शिकायत पर पंप बंद करवा दिया है।