scriptबांसवाड़ा : कन्या छात्रावास में छात्रा की खुदकुशी से फैला डर, छुट्टी पर चली गई 16 छात्राएं और… | Girl students on leave from girls hostel banswara | Patrika News
बांसवाड़ा

बांसवाड़ा : कन्या छात्रावास में छात्रा की खुदकुशी से फैला डर, छुट्टी पर चली गई 16 छात्राएं और…

www.patrika.com/banswara-news

बांसवाड़ाFeb 19, 2019 / 03:47 pm

deendayal sharma

banswara

बांसवाड़ा : कन्या छात्रावास में छात्रा की खुदकुशी से फैला डर, छुट्टी पर चली गई 16 छात्राएं और…

बांसवाड़ा. डर तो जाते जाते ही जाता है, होता कुछ नहीं है, लेकिन डर जो है। फिर इंसान का स्वभाव होता है कि मौत से उपजे माहौल को भूलने में वक्त लगता है। राजकीय जनजाति महाविद्यालय कन्या आश्रम छात्रावास में सोमवार को कुछ ऐसे ही हालात दिखे। यहां स्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा वंदना गरासिया की खुदकुशी के बाद खौफ पसरा है। अपनी सहेली का हमेशा के लिए चले जाने का दुख सभी को है लेकिन हादसे के अगले ही दिन 16 छात्राएं छुट्टी लेकर घर रवाना हो गईं और करीब 24 छात्राओं ने प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिगत छुट्टी का अर्जी लगाई है। जो, छात्राएं रही हैं उनके भी चेहरे पर भी डर और घबराहट दिखाई पड़ी। घटना के बाद रात को तो छात्राएं बहुत अधिक डर गईं थीं। इसके बाद छात्रावास प्रबंधन ने सभी छात्राओं के बिस्तर सभागार में एक साथ लगाए।कक्ष नं 12 जहां यह घटना हुई उस पर फिलहाल ताला लटका है। उस कक्ष में निवासरत छात्राओं के सामान को निकाल अन्य कमरे में शिफ्ट किया गया है। छात्राएं अकेले-उस कक्ष के आगे से निकलने में भी घबरा रहीं हैं।
प्रायोगिक परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन
हरिदेव जोशी कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एनके जैन ने बताया कि वंदना नियमित स्टूडेंट थी और करीब 90 प्रतिशत उसकी उपस्थिति दर्ज है। कॉलेज में गणित व रसायन विज्ञान की नियमित कक्षाएं लगीं हैं। पर, भौतिक विज्ञान में एक भी व्याख्याता नहीं है। इस कारण दिक्कतें रहीं। कॉलेज में विज्ञान गणित वर्ग में 13 छात्राओं ने प्रवेश लिया था इसमें से 7 ने ही परीक्षा आवेदन किए। गत दिनों रसायन विज्ञान की प्रायोगिक परीक्षा में वंदना ने अच्छा प्रदर्शन किया था। इधर, कॉलेज में सोमवार को श्रद्धांजलि सभा में प्राचार्य ने छात्राओं को किसी भी स्थिति में ऐसा कृत्य नहीं करने की शपथ दिलाई।
पलंग किनारे, बिस्तर नीचे
छात्रावास भी एक परिवार है। छात्राएं अपनीे सहेली को याद आश्रु बहा रही हैं। सभी छात्राओं ने लोक मान्यता के दृष्टिगत पलंग किनारे कर जमीन पर बिस्तर लगाए हैं। छात्राओं का कहना है कि किसी की मृत्यु होने पर परिजन ऐसा ही करते हैं। इसीलिए वह भी 13 दिन ऐसा करेंगी। छात्रावास में मृतका को सामूहिक श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।
अभिभावकों को चिंता
घटना के बाद कुछ छात्राएं घबरा गईं हैं। अभिभावकों ने मोबाइल पर कॉल कर छात्राओं के डरने की जानकारी दी और दो चार दिन छुट्टी देने को कहा। इस पर अधिकारियों के निर्देश के बाद अवकाश स्वीकृत किए गए हैं।
ऋतम्भरा निनामा, वार्डन कन्या आश्रम छात्रावास
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो