जबलपुर. जीआरपी जवान ट्रेनों और यात्रियों की निगरानी बॉडी वॉन कैमरों की मदद से कर रहे हैं। हाल ही में यह व्यवस्था शुरू की गई है। बॉडी वॉन कैमरों के साथ जवान ट्रेन में सवार होते हैं। इसके बाद हर एक कोच और यात्री पेट्रोलिंग के दौरान कैमरे में कैद हो जाता है। पिछली कुछ वारदातों के बाद जीआरपी के अफसरों ने ट्रेनों में कैमरों के उपयोग की समीक्षा की। इस दौरान बॉडी वॉन कैमरे के बारे में जानकारी मिली। कई अन्य देशों की पुलिस इसका उपयोग कर रही है। पूरी जानकारी जुटाने के बाद पुलिस मुख्यालय को बॉडी वॉन कैमरे खरीदने का प्रस्ताव भेजा गया। जिसके बाद कैमरे खरीदे गए। ये है स्थिति 25 हजार है एक कैमरे की अनुमानित कीमत 24 कैमरे हैं जीआरपी के पास 06 कैमरे जबलपुर थाने में 04 कैमरे कटनी थाने में 02 कैमरे गाडरवारा थाने में 02 कैमरे सतना थाने में 02 कैमरे सागर थाने में अन्य जिलों को भी होगा फायदा जबलपुर रेल एसपी के पास 21 जिलों की जीआरपी का प्रभार है। छह कैमरे जबलपुर जीआरपी के पास हैं। शेष कैमरे प्रमुख स्टेशनों की जीआरपी को आवंटित किए गए हैं। यह हो रहा फायदा -ट्रेन के प्रत्येक कोच में यात्रियों की मॉनिटरिंग -जीआरपी जवानों की पेट्रोलिंग की मॉनिटरिंग -अपराध होने पर साक्ष्य के तौर पर हो सकेगा वीडियो फुटेज का उपयोग ऐसे हो रहा प्रयोग जीआरपी जवान ट्रेन में चढऩे से पहले बॉडी कैमरा ऑन कर लेते हैं। वे ट्रेन के प्रत्येक कोच और कम्पार्टमेंट में जाते हैं। कैमरा किस जवान को आवंटित किया गया है, कब आवंटित किया है, वह किस ट्रेन में है आदि का रेकॉर्ड भी दर्ज किया जा रहा है। वर्जन यात्री सुरक्षा के लिहाज से जीआरपी जवान बॉडी वॉन कैमरों का उपयोग गश्त के दौरान कर रहे हैं। इससे संदिग्धों पर नजर रखने के अलावा यात्री सुरक्षा भी पुख्ता हो रही है। -मंजीत सिंह, थाना प्रभारी जीआरपी