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सिवनी

बूंद-बूंद पानी के लिए जद्दोजहद

दावाझिर ग्रामवासी हलाकन, ग्रामीणों में आक्रोश

सिवनीJun 05, 2018 / 01:40 pm

santosh dubey

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बूंद-बूंद पानी के लिए जद्दोजहद

सिवनी. विकासखण्ड घंसौर में इन दिनों अनेक गांव में पानी की त्राही-त्राही मची हुई है। इस भीषण गर्मी में लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। मगर इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है। ऐसा ही नया मामला ग्राम पंचायत पाटन के ग्राम दावाझिर में देखने को मिल रहा है। जहां ग्रामीण तीन-चार किलोमीटर की दूरी से पानी लाकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
ग्रामवासियों ने बताया शासन-प्रशासन को कई बार पानी की व्यवस्था के लिए आवेदन दिया गया लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामवासियों में मोहन, राधिका, जगबंधन, कृपालसिंह, मनोहरदास, घनश्याम आदि ने बताया कि पानी की व्यवस्था के लिए दूरदराज जाना-आना पड़ रहा है। गांव के जिस कुएं में थोड़ा बहुत पानी है उसमें सुबह से रात तक पानी भरने वालों की बड़ी संख्या में भीड़ रहती है। कुएं के आसपास छोटे बच्चों के पानी भरने से कभी भी कोई बड़ा हादसा घट जाए इससे इंकार नहीं किया जा सकता है।
ग्रामीणों ने बताया कि कुएं से पानी निकालने में बच्चे और बूढ़े थकान के साथ गर्मी लगने से सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं। ऐसे में कोई लू से तो कोई उल्टी-दस्त की बीमारी से भी ग्रसित हो बीमार पड़ रहे हैं। जिन घरों में सिर्फ बुजुर्ग हैं ऐसे वृद्धजनों के समक्ष पानी की व्यवस्था करना और भी परेशानी का सबब बना हुआ है। गहरे कुएं में पानी की बाल्टियों की बड़ी संख्या में होना ही यहां पानी की समस्या को दर्शा रहा है।
इसी प्रकार मवेशियों का पानी के बिना बुरा हाल है। प्यास से व्याकुल मवेशी पानी की तलाश में यहां-वहां भटकते नजर आ रहे हैं। वहीं अनेक मवेशी काफी कमजोर हो गए हैं। ग्रामवासियों ने मांग की है कि शीघ्र ही गांव में पेयजल की उचित व्यवस्था बनाई जाए।
भुगतान की अनुमति नहीं मिली
हमारे पास टैंक मौजूद हैं, मगर पानी और ट्रैक्टर की मजदूरी के भुगतान के लिए पंच परमेश्वर की राशि से भुगतान की परमिशन नहीं मिलने के कारण ग्राम दावाझिर में पानी व्यवस्था नहीं हो पा रही है।
डुमारी सचिव ग्राम पंचायत पाटन, घंसौर

उग्र आंदोलन करने होंगे मजबूर
एसडीएम को लिखित में आवेदन दिया जा चुका है और हेल्पलाइन में भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। गांव में पानी की शीघ्र ही व्यवस्था नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करने मजबूर होना पड़ेगा।
संतलाल बलारी, जनपद सदस्य पुत्र।

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