वर्चस्व बढ़ाने और दुश्मनों से बदले के लिए दुनिया में बढ़ रहे साइबर वॉर
जयपुरPublished: Sep 20, 2023 05:29:55 pm
ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन और अमरीका की एजेंसियों से बने खुफिया गठबंधन नेटवर्क ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि रूस की ओर से प्रायोजित हैकर्स यूक्रेनी सैन्य कर्मियों के एंड्रॉइड से डाटा चुराने के लिए मैलवेयर का प्रयोग कर रहे थे। यह घटना यूक्रेन के खिलाफ एक दशक से चल रहे साइबर युद्ध अभियान में नवीनतम है। विशेषज्ञ यूक्रेन को वैश्विक डिजिटल युद्धक्षेत्र के लिए 'ग्राउंड जीरो' मानते हैं।


वर्चस्व बढ़ाने और दुश्मनों से बदले के लिए दुनिया में बढ़ रहे साइबर वॉर
नई दिल्ली। दुनियाभर में युद्ध का नया स्वरूप साइबर वॉर है। विश्व के कई देश वर्चस्व बढ़ाने और दुश्मनों से बदला लेने के लिए इसका सहारा लेने लगे हैं। युद्ध का यह स्वरूप खतरनाक है। इसी साल अगस्त के अंत में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन और अमरीका की एजेंसियों से बने खुफिया गठबंधन नेटवर्क ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि रूस की ओर से प्रायोजित हैकर्स यूक्रेनी सैन्य कर्मियों के एंड्रॉइड से डाटा चुराने के लिए मैलवेयर का प्रयोग कर रहे थे। यह घटना यूक्रेन के खिलाफ एक दशक से चल रहे साइबर युद्ध अभियान में नवीनतम है। विशेषज्ञ यूक्रेन को वैश्विक डिजिटल युद्धक्षेत्र के लिए 'ग्राउंड जीरो' मानते हैं।