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EQ : इमोशनल इंटेलीजेंस कैसे हमारे जीवन पर असर डाल रही है

Published: Feb 23, 2020 09:03:02 pm

Submitted by:

pushpesh

-भावनात्मक बुद्धिमत्ता आपका कॅरियर भी बना सकती है (emotional intelligence)

EQ : इमोशनल इंटेलीजेंस कैसे हमारे जीवन पर असर डाल रही है

EQ : इमोशनल इंटेलीजेंस

जयपुर.

भावनात्मक बुद्धिमत्ता यानी इमोशनल इंटेलीजेंस (ईक्यू) अपने और दूसरों की भावनाओं को पहचानने की क्षमता है। अपनी भावनाओं को समझकर आप मौजूदा चुनौतियों से लड़ सकते हैं और भविष्य में इन्हें रोक सकते हैं। भावनात्मक बुद्धिमत्ता प्रत्येक इंसान में होती है। ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसका कितना इस्तेमाल करते हैं, सामाजिक जटिलताओं को दूर करने के लिए कैसे निर्णय लेते हैं। यदि आप इनमें संतुलन स्थापित कर लेते हैं तो सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं। मनोवैज्ञानिक ट्रेविस ब्रेडबेरी बताते हैं कि ईक्यू बढ़ाने से आपके रोजगार और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। जब समस्याएं बड़ी होती हैं तो भावनाएं उनका हल खोजती हैं। ईक्यू को मैनेज कर आप रिश्तों को संवार सकते हैं।
ईक्यू को नहीं समझने वाले हो जाते हैं चिंता और अवसाद के शिकार
जो अपनी ईक्यू स्तर को नहीं समझ पाते वे जल्दी तनाव, चिंता में और असहज हो जाते हैं। अनचाही भावनाएं मन और शरीर को तनाव देती हैं। भावनात्मक बुद्धिमत्ता का कौशल आपको जल्द तनाव से निपटने की क्षमता देता है। जो अपने कृत्रिम बुद्धमत्ता कौशल का उपयोग करने में विफल रहते हैं, वे अक्सर गलत रास्तों पर चले जाते हैं। ऐसे लोगों में चिंता, अवसाद, मादक द्रव्यों का आदी होना और यहां तक कि आत्महत्या जैसे कदम उठाने की आशंका अधिक होती है। एक अन्य अध्ययन में सामने आया कि जिन महिलाओं में भावनात्मक असंतुलन होता है, उनमें चिंता, अनिद्रा और तनाव अधिक होता है। इन महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा भी अधिक होता है।
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