नीलम नियाजी ने अलग-अलग फ्लावर स्टाइल को कैनवास पर दिखाने के साथ रंगों के बदलते शेड्स की खूबसूरती को दिखाया है। प्रियदर्शनी ने ट्रेडिशनल टेक्स्चर्स के साथ कैनवास पर प्रयोग करते हुए चित्रों की कल्पना की है। मेहरानगढ़ की खूबसूरती को दिखाने के साथ कालबेलिया डांस के साथ राजस्थानी संस्कृति को दिखाने का प्रयास किया है। उन्होंने कुछ पेंटिंग्स वाइटनर से तैयार की है, जिसमें उन्होंने वॉरियर्स को चित्रित किया है।
पुष्कर का झाट और राधे के मालपुए
ममता माथुर ने वाटर कलर में लाइव पेंटिंग की खूबसूरती दर्शायी है। उन्होंने बताया कि इन पेंटिंग्स को पुष्कर कैम्प के दौरान बनाया था, जिसमें ब्रह्मा घाट और वहां के फेमस हलवाई राधे के मालपुए को लाइव चित्रित किया है। बरखा मीना ने बटर फ्लाई को अलग-अलग कलर्स से सर्किल कैनवास पर उकेरा है। धमेन्द्र शर्मा ने ग्रामीण लोगों के पोट्रेट को कैनवास पर तैयार किया है, जिसमें उनकी उम्र, पगड़ी के कलर कॉम्बीनेशन और मूंछों के अंदाज को स्टडी के रूप में समझाया है। डॉ. नमिता ने एक्रेलिक कलर्स से सेमी एब्स्ट्रेक्ट फॉर्म में दिमाग के बाहर की दुनिया को दिखाया है।