HUMAN TOUCH ARTICAL: भारतीय मछुआरों की मौतों का सिलसिला कब तक...!
सूरतPublished: Sep 21, 2023 08:45:20 pm
पाकिस्तान से भारत लौटने वाले मछुआरों के शवों की संख्या तीन हो चुकी है। आखिर यह सिलसिला कब और कहां थमेगा?


HUMAN TOUCH ARTICAL: भारतीय मछुआरों की मौतों का सिलसिला कब तक...!
साल 2023 की शुरुआत होने के साथ ही भारतीय मछुआरे जैंती की मृतदेह गुजरात लाने की मशक्कत शुरू की गई। फरवरी में जैंती का शव आने के दो महीने बाद अप्रेल में गुजरात के एक और मछुआरे नानु का शव पाकिस्तान से आने का लंबा इंतजार करना पड़ा। अब यही बारी जुलाई में 35 वर्षीय मछुआरे जगदीश के शव को पाकिस्तान से भारत लौटाने के दौरान आई। साल 2023 अभी पूरा हुआ नहीं कि पाकिस्तान से भारत लौटने वाले मछुआरों के शवों की संख्या तीन हो चुकी है। आखिर यह सिलसिला कब और कहां थमेगा? मछुआरा समुदाय के हितों के लिए संघर्षरत समुद्री संगठनों की बात मानी जाए तो पाकिस्तान की जेल में ऐसे 20 से 25 भारतीय मछुआरे हैं, जो किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हैं। भारतीय मछुआरों की पाकिस्तान की जेल में यूं ही कब तक मौतें होती रहेगी ? उनके परिजन शव के अंत्येष्टि कर्म के लिए कब तक नम आंखों से सरकार की ओर से देखते रहेंगे?सामान्यतौर पर अरब सागर में मछली पकड़ने के दौरान गुजरात से सटी पाकिस्तानी समुद्री सीमा पार करने के जुर्म में भारतीय मछुआरों के पकड़े जाने का सिलसिला कई सालों पुराना है, लेकिन वहां उनकी यूं मौत होने की घटनाएं ज्यादा पुरानी नहीं है। बीते 10 साल में अभी तक पाकिस्तान की कैद में 22 से 25 भारतीय मछुआरों की मृत्यु हो चुकी है। मगर इस दुखद आंकड़े की वृद्धि बीते तीन-चार साल में अधिक देखने को मिल रही है। चौंकाने वाली बात यह भी है कि जितने भी मछुआरों के शव पाकिस्तान से आए हैं, उनकी मृत्यु किस बीमारी से हुई, इसकी पुख्ता पुष्टि नहीं हो पाई है। ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि आखिर पाकिस्तान की जेल में भारतीय मछुआरों की मृत्यु क्यों हो जाती है?