छह महीने में 452 डील
इंक-42 डेटालैब्स के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-जून 2017 की अवधि में 452 टेक स्टार्टअप उद्यमियों को 35,600 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हासिल करने में सफलता मिली। जनवरी से मार्च में 206 स्टार्टअप में करीब 1.46 अरब डॉलर तो अप्रैल से जून में 217 स्टार्टअप में 4.1 अरब डॉलर का निवेश हुआ। स्टार्टअप के जानकारों का कहना है कि पिछले छह महीने में युवा उद्यमियों ने धमाकेदार कम बैक की है। खास बात यह है कि विलय और अधिग्रहण (एम एंड ए) की गति भी पिछले दो वर्षों की तुलना में इस बार ज्यादा है। नए रुझानों के अनुसार, ंबेंगलूरु व दिल्ली-एनसीआर से बाहर के शहरों में भी स्टार्टअप संचालकों को पहले से ज्यादा फंडिंग मिलने लगी है।
इंक-42 डेटालैब्स के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-जून 2017 की अवधि में 452 टेक स्टार्टअप उद्यमियों को 35,600 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हासिल करने में सफलता मिली। जनवरी से मार्च में 206 स्टार्टअप में करीब 1.46 अरब डॉलर तो अप्रैल से जून में 217 स्टार्टअप में 4.1 अरब डॉलर का निवेश हुआ। स्टार्टअप के जानकारों का कहना है कि पिछले छह महीने में युवा उद्यमियों ने धमाकेदार कम बैक की है। खास बात यह है कि विलय और अधिग्रहण (एम एंड ए) की गति भी पिछले दो वर्षों की तुलना में इस बार ज्यादा है। नए रुझानों के अनुसार, ंबेंगलूरु व दिल्ली-एनसीआर से बाहर के शहरों में भी स्टार्टअप संचालकों को पहले से ज्यादा फंडिंग मिलने लगी है।
विलय और अधिग्रहण में भी तेजी
टेक्नोपैक एडवरटाइजर्स के चेयरमैन अरविंद के सिंघल का कहना है कि 2015 के बाद 2017 में विलय और अधिग्रहण (एम एंड ए) में भी तेजी आई है। निवेशक अब नए सेक्टर्स पर फोकस करने लगे हैं। इससे फंडिंग में इजाफा हुआ है। फिनटेक और हेल्थकेयर में स्टार्टअप्स की संख्या बढ़ी है। पहली छमाही में करीब 71 एम एंड ए हुए हैं। फ्लिपकार्ट की ओर से ईबे का अधिग्रहण किया गया है और स्नैपडील के विलय का प्रस्ताव अंतिम चरण में है। उनका कहना है कि इस वर्ष के अंत तक स्टार्टअप ईकोसिस्टम और ज्यादा मजबूत होने की संभावना है।
टेक्नोपैक एडवरटाइजर्स के चेयरमैन अरविंद के सिंघल का कहना है कि 2015 के बाद 2017 में विलय और अधिग्रहण (एम एंड ए) में भी तेजी आई है। निवेशक अब नए सेक्टर्स पर फोकस करने लगे हैं। इससे फंडिंग में इजाफा हुआ है। फिनटेक और हेल्थकेयर में स्टार्टअप्स की संख्या बढ़ी है। पहली छमाही में करीब 71 एम एंड ए हुए हैं। फ्लिपकार्ट की ओर से ईबे का अधिग्रहण किया गया है और स्नैपडील के विलय का प्रस्ताव अंतिम चरण में है। उनका कहना है कि इस वर्ष के अंत तक स्टार्टअप ईकोसिस्टम और ज्यादा मजबूत होने की संभावना है।
बेंगलूरु और दिल्ली के लिए आसान
फंड हासिल करने के मामले में बेंगलूरु और दिल्ली के उद्यमियों के लिए ज्यादा आसान है। 2017 के पहले छह माह के दौरान इन दो शहरों को सबसे ज्यादा फंडिंग हासिल हुई है। इंक42 डेटाबेस के मुताबिक पहली छमाही में बेंगलूरु को 144 डील्स से 2.57 अरब डॉलर तो दिल्ली को 128 डील्स में 2.12 अरब डॉलर की फंडिंग हासिल करने के सफलता मिली।
फंड हासिल करने के मामले में बेंगलूरु और दिल्ली के उद्यमियों के लिए ज्यादा आसान है। 2017 के पहले छह माह के दौरान इन दो शहरों को सबसे ज्यादा फंडिंग हासिल हुई है। इंक42 डेटाबेस के मुताबिक पहली छमाही में बेंगलूरु को 144 डील्स से 2.57 अरब डॉलर तो दिल्ली को 128 डील्स में 2.12 अरब डॉलर की फंडिंग हासिल करने के सफलता मिली।
247.7 मिलियन डॉलर जारी करने का निर्देश
डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन (डीआईपीपी) ने वित्त मंत्रालय को 247.7 मिलियन यूएस डॉलर स्टार्टअप के लिए जारी करने को कहा है। इंडिया-स्पेसिफिक सहित अन्य संगठनों के प्रबंधक भी वीसी फंड्स जुटाने पर जोर दे रहे हंै।
डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन (डीआईपीपी) ने वित्त मंत्रालय को 247.7 मिलियन यूएस डॉलर स्टार्टअप के लिए जारी करने को कहा है। इंडिया-स्पेसिफिक सहित अन्य संगठनों के प्रबंधक भी वीसी फंड्स जुटाने पर जोर दे रहे हंै।
दूसरे शहरों को भी मिला फंडिंग
पहली छमाही में मुंबई को 92 डील्स से 62 करोड़, पुणे को 16 डील्स से 11 करोड़ , कोलकाता को 8 डील्स से 1.15 करोड़ डॉलर फंड मिली है।
पहली छमाही में मुंबई को 92 डील्स से 62 करोड़, पुणे को 16 डील्स से 11 करोड़ , कोलकाता को 8 डील्स से 1.15 करोड़ डॉलर फंड मिली है।
2015-2017 के बीच फंडिंग
जनवरी 2015 से जून 2017 के बीच बेंगलूरु के 686 स्टार्टअप्स ने 6.34 अरब डॉलर तो दिल्ली के 760 स्टार्अअप्स ने 7.2 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई।
जनवरी 2015 से जून 2017 के बीच बेंगलूरु के 686 स्टार्टअप्स ने 6.34 अरब डॉलर तो दिल्ली के 760 स्टार्अअप्स ने 7.2 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई।