आपको बता दें कि इस माह वल्र्ड वाइड वेब के 29 साल पूरे हो गए। मार्च 1989 में बर्नर्स ली के टीम ने रॉबर्ट साइलाउ के साथ मिलकर इंटरनेट के कॉन्सेप्ट को बनाया था और आज उसी टीम ने इंटरनेट के खतरनाक भविष्य को लेकर अपने ब्लॉग पर लिखा है और कहा है कि आज हम हथियारबंद इंटरनेट बना रहे हैं और ये सही भी है क्योंकि आज के दिन इंटरनेट एक हथियार लिए आदमी के जैसा है।
साइबर अटैक,सिक्युरिटी सिस्टम हैक, पर्सनल डेटा लीक जैसी बातें आज के दिन एक सामान्य सी बात हो गई है। वर्तमान समय में लगातार हो रहे साइवर अटैक, हैकिंग, फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के माध्यम से चोरी की घटनाओं के चलते लोगों का इंटरनेट पर से भरोसा उठता जा रहा है।
आज दुनिया की आधी आबादी इंटरनेट से जुड़ी हुई है और वहीं आधी इससे जुडऩा ही नहीं चाहती है। टीम ने आगे अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि वेब का निर्माण एक ऐसे स्पेस के तौर पर किया गया था जो फ्री होने के साथ ही क्रिएटिव और ओपेन टू ऑल हो लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
इसके साथ ही इसमें खर्च की भी असमानता है जैसे कि कई देशों में लोग कर्म खर्च में अच्छी स्पीड के साथ 1 जीबी डेटा पा सकते है लेकिन ऐसे भी कई देश है जैसे कि जिम्बॉब्वे और अफ्रीकन देशों में इसी 1 जीबी डेटा के लिए लोगों को अपनी कमाई का 20 प्रतिशत खर्च करना पड़ता है। इस तरह से आज वेब कई तरह की समस्याओं से घिरा हुआ है और ये समस्याएं कम होने के बजाय और जटिलता के साथ बढ़ती ही जा रही है और लोगों से अपने प्रति विश्वास को निरंतर खोते जा रही है।