जयपुर

गोविंददेवजी के सजी रास झांकी

कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा पर सोमवार को शहर के मंदिरों में देव दिवाली (Dev Diwali) मनाई गई। मंदिरों में विशेष झांकियां सजाई गई, वहीं दीपदान किया गया। संध्या आरती के समय मंदिरों में दीप जलाए गए। गोविंददेवजी मंदिर में रास पूर्णिमा की विशेष झांकी सजाई गई। शहर के अन्य मंदिरों में भी उत्सव का आयोजन हुआ।

जयपुरNov 30, 2020 / 09:40 pm

Girraj Sharma

गोविंददेवजी के सजी रास झांकी

गोविंददेवजी के सजी रास झांकी
— देव दिवाली पर मंदिरों में जगमगाए दीप
— मंदिरों में सजी रास पूर्णिमा की विशेष झांकी
जयपुर। कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा पर सोमवार को शहर के मंदिरों में देव दिवाली (Dev Diwali) मनाई गई। मंदिरों में विशेष झांकियां सजाई गई, वहीं दीपदान किया गया। संध्या आरती के समय मंदिरों में दीप जलाए गए। गोविंददेवजी मंदिर में रास पूर्णिमा की विशेष झांकी सजाई गई। शहर के अन्य मंदिरों में भी उत्सव का आयोजन हुआ।
गोविंददेवजी मंदिर में सुबह ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक किया गया। ठाकुरजी को सुनहरे पारचे की पोशाक धारण करवाकर विशेष अलंकार और फूलों से शृंगार किया गया। मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि मंदिर में रात को रास पूर्णिमा की विशेष झांकी सजाई गई। इसमें खाट सजाकर चौसर, शतरंज सजाए गए। ठाकुरजी को दूध, पान, इत्र, आदि सेवा में अर्पण किए गए।
पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में रास पूर्णिमा उत्सव का आयोजन किया गया। संध्या आरती के समय दीपदान किया गया। मंदिर प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि मंदिर में रास झांकी में चांदी के खिलौने सजाए गए। ठाकुरजी को धवलता के साथ पीत और नील पोशाक धारण करवाई गई।
गलताजी ट्रस्ट के छोटी चौपड़ स्थित मंदिरश्री चतुर्भुजजी में देव दिवाली मनाई गई। दीप प्रज्वलन कर आरती की गई। घाट के बालाजी के महंत सुरेश कुमार सुदर्शनाचार्य ने बताया कि गलता ट्रस्ट की गुरुमाता गायत्री देवी, डॉ. रमेश शर्मा आदि ने दीपदान किया।
न्यू सांगानेर रोड के प्रजापति विहार कॉलोनी स्थित चिंताहरण काले हनुमानजी गुरुकुल वेदाश्रम में देव दिवाली मनाई गई। महामण्डलेश्वर मनोहरदास के सानिध्य में सुबह हनुमानजी के चमेली के तेल से अभिषेक किया गया, वहीं सिद्धेश्वर महादेव के विशेष शृंगार किया गया। हनुमानजी महाराज के 1100 दीपकों से महाआरती की गई। आश्रम परिसर में दीपक से सजावट की गई।
चांदनी चौक स्थित मंदिरश्री आनंदकृष्ण बिहारीजी में रास उत्सव में संकीर्तन किया गया। पुजारी मातृ प्रसाद शर्मा ने बताया कि ठाकुरजी को चन्द्रमुकुट धारण करवाया गया। संध्या आरती में 51 दीपक जलाए गए। इसके अलावा चौड़ा रास्ता स्थित मंदिरश्री राधा दामोदरजी, पुरानी बस्ती स्थित मंदिरश्री राधा गोपीनाथजी सहित अन्य मंदिरों में देव दिवाली के आयोजन हुए।
मुरलीपुरा के विकास नगर-बी स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में शाम को 551 दीप जलाए गए। दीपों की झिलमिलाती रोशनी से मंदिर प्रकाशित हो उठा। इससे पूर्व पुजारी पंडित रमाकांत शर्मा ने हनुमान जी महाराज का पंचामृत अभिषेक कर सिंदूरी चोला और नवीन पोशाक धारण कराई।
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