केंद्र सरकार ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में कटौती की तो बिहार की राजनीति में बहस शुरु हो गई। लालू के पुत्र तेजप्रताप यादव ने तो पीएम मोदी के लिए अपशब्दों तक का प्रयोग कर दिया। आइए आपको बताते हैं कि भारत में जेड प्लस और जेड सिक्योरिटी का मतलब क्या होता है। अगली स्लाइड में देखिए किसे मिलती है सुरक्षा
भारत में नेताओं, अधिकारियों और बड़ी शख्सियतों या किसी शख्स की सुरक्षा को खतरा देखते हुए सरकार उन्हें सुरक्षा मुहैया कराती है। खतरे की गंभीरता को देखते हुए जेड प्लस, जेड, वाई और एक्स कैटगरी की सुरक्षा प्रदान की जाती है। भारत में करीब 450 लोगों को इस तरह की सुरक्षा मिली हुई है। अगली स्लाइड में देखिए जेड प्लस कैटगरी
जेड प्लस कैटगरी की सुरक्षा देश की सबसे बड़ी सुरक्षा मानी जाती है। इसके तहत 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। इसमें एनएसजी, एसपीजी कमांडो, आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान शामिल होते हैं। इस सुरक्षा में पहले घेरे की जिम्मेदारी एनएसजी और दूसरे घेरे का जिम्मा एसपीजी कमांडो के पास होता है। देश में 15 लोगों को जेड प्लस कैटगरी की सुरक्षा दी गई है। अगली स्लाइड में देखिए जेड कैटगरी
जेड कैटगरी की सुरक्षा में सुरक्षाकर्मियों की संख्या 22 होती है। इसमें दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान शामिल होते हैं। जेड कैटगरी की सुरक्षा जिस व्यक्ति को दी जाती है उसे एक एस्कॉर्ट और पायलट भी दिए जाते हैं।
अगली स्लाइड में देखिए एक्स और वाई कैटगरी
वाई कैटगरी की सुरक्षा में सुरक्षाकर्मियों की संख्या घटकर 11 हो जाती है। इसमें दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर शामिल होते हैं। एक्स कैटगरी की सुरक्षा में दो सुरक्षाकर्मी प्रदान किए जाते हैं। जिसमें एक पीएसओ भी शामिल होता है।