पिछले साल 101 फीट का हुआ था रावण दहन, इस बार क्या होगा पता नहीं
कोटा। बढ़ते कोरोना संक्रमण की भेंट राष्ट्रीय दशहरा मेला भी चढ़ गया है। कोरोना गाइड लाइन के कारण इस बार दशहरा मेला नहीं भरा जाएगा। मेले के उदघाटन, रावण दहन और समापन की औपचारिक रश्तें ही अदा की जाएगी। दशहरा मेले के संबंध में मंगलवार को कोटा उत्तर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत और कोटा दक्षिण निगम आयुक्त कीर्ति राठौड़ के बीच चर्चा हुई। इसमें तय किया गया कि कोरोना संक्रमण के चलते भले ही मेले का आयोजन नहीं किया जाए, लेकिन दशहरा मेला कोटा को राष्ट्रीय पहचान दिलाता है और रियासतकाल से मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसलिए औपचारिक पूजन व अन्य कार्यक्रम होने चाहिए। उदघाटन कार्यक्रम में सोशल डिस्टेसिंग की पालना करते हुए सभी कार्यक्रम विधि-विधान के साथ किए जाए। अभी रावण दहन के लिए रावण, मेघनाथ और कुम्भकरण के पुतले बनाने के बारे में अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। भीड़ के चलते राम बारात, लक्ष्मी नारायणजी की सवार जैसे आयोजन नहीं किए जाएंगे। पिछले साल रावण का पुतला 101 फीट का बनाया गया था और 48 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद पुतले को खड़ा किया गया था। कोरोना के कारण इस बार रावण, मेघनाथ और कुम्भकरण के पुतले बनेंगे या नहीं, यह अभी तय नहीं हुआ है। मालावत का कहना है कि इस संबंध में जल्द ही चर्चा कर निर्णय किया जाएगा।