महेश नवमी.. माहेश्वरी समाज रविवार को घरों से करेंगे भगवान महेश की पूजा अर्चना
जयपुर. राजधानी का माहेश्वरी समाज ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष नवमी रविवार को जाति उत्पत्ति दिवस महेश नवमी मनाएगा। लॉकडाउन के चलते सभी समाजबंधु घरों में दीप प्रज्जवलित कर भगवान महेश की पूजा अर्चना करेंगे। माहेश्वरी समाज, जयपुर के अध्यक्ष प्रदीप बाहेती ने बताया कि तिलकनगर स्थित समाज कार्यालय मेें सरकारी दिशानिर्देशों की पालना कर सुबह 9.30 बजे समाज के कुछ पदाधिकारीगण मनमोहक झांकी सजाकर भगवान महेश का गुणगान करेंगे। जयपुर में निवास कर रहे माहेश्वरी समाज के बड़ी संख्या में लोग यू ट्यूब के माध्यम से आरती से जुड़ेंगे। समाज के लोग अपने घर में एक दीपक जलाकर इस आरती में ऑनलाइन भागीदार होगा। 88 साल में पहली बार ऐसा मौका होगा जब समाजबंधु घर से पर्व को मनाएंगे। इसके अलावा शोभायात्रा भी नहीं निकाली जाएगी। बाहेती ने बताया कि समाजबंधुओं से आहवान किया है कि पूजा के वीडियो साझा करने पर 10 वीडियों को पुरस्कृत किया जाएगा। महामंत्री गोपाल लाल मालपानी ने बताया कि जयपुर में समाज की जनसंख्या 35 हजार से अधिक है। वहीं 5500 के आसपास परिवार हैं। समाज द्वारा 9 स्कूल , एक कॉलेज, एक हॉस्टल के अलावा, 9 सामुदायिक केंद्र , एक वृद्धाश्रम, एक अस्पताल और 2 डायग्नोस्टिक सेंटर है।
इतिहासकार शिवकरण दरक ने 1893 में प्रकाशित पुस्तक इतिहास कल्पद्रुम में माहेश्वरी जाति की उत्पत्ति का वर्णन किया है। जिसमें युगाब्द 9 में ज्येष्ठ शुक्ल नवमी के दिन समाज की स्थापना हुई।