मैं नहीं मानती वो दुनिया छोड़ गए, बदमाशों को पकडऩे में जान गंवाने वाले हेड कांस्टेबल की पत्नी ने रखा करवा चौथ का व्रत..
कर्तव्य की रक्षा के लिए जान की बाजी लगाकर उन्होंने भले ही औरों के लिए दुनिया छोड़ दी हो, लेकिन आठ महीने बीतने के बाद वो मेरे लिए जिन्दा हैं। मैं नहीं मानती कि मुझे व परिवार को छोड़कर चले गए हैं। बीते वर्षों के करवा चौथ की यादें जिन्दा हैं।
एेसा लगता है कि वो आस-पास ही मौजूद हैं। गत वर्ष करवा चौथ पर चांद के साथ उनका मुंह देख व्रत खोला था। इस बार भले ही वो शारीरिक रूप से मौजूद न हों, लेकिन उनकी यादों को दिल में संजोए चांद के साथ फोटो देखकर करवा चौथ का व्रत खोला।
यह मानना है कि अपराधियों को पकडऩे के दौरान गत सात मार्च को जान गंवाने वाले जोधपुर पुलिस के हेड कांस्टेबल धर्माराम सोऊ की पत्नी परमादेवी का।
उन्होंने बताया कि बदमाशों को पकड़कर थाने ले जाने के दौरान भले ही उनकी आत्मा शरीर छोड़ गई, लेकिन उनकी यादें अभी उसके व परिवार के सदस्यों के दिलों दिमाग में जीवित हैं।
एेसा लगता है कि जैसे वो उनके साथ ही हैं और जीवन में आने वाले संकट व विपदाओं से डटकर मुकाबला करने को पहले की भांति ही हौसला बढ़ा रहे हैं।
यही वजह है कि परमादेवी ने रविवार को करवा चौथ का व्रत रखा। देर रात चांद नजर आने पर उन्होंने छलनी में चांद के साथ फोटो में धर्माराम के दर्शन किए और फिर व्रत खोला।
सात मार्च को अवैध विस्फोटक से भरी बिना नम्बर की बोलेरो कैम्पर को मण्डलनाथ बाइपास पर पीछा करके करवड़ थाने की चेतक (फ्लाइंग) ने पकड़ ली थी।
उसे जब्त कर थाने ले जाते समय रास्ते में सड़क से उतरकर गड्ढे में तीन-चार पलट गई थी।
बोलेरो चला रहे हेड कांस्टेबल धर्माराम का सिर फट गया था। उन्हें तुरंत मथुरादास माथुर अस्पताल लाया गया था, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। हादसे से कुछ महीने पूर्व ही उनकी पदोन्नति हुई थी।