खास खबर

कुछ समय दोस्तों के नाम

एक उम्र के बाद दोस्त बनाना सभी के लिए मुश्किल हो जाता है। कई रिसर्च में स्पष्ट हो चुका है कि 30 साल की उम्र के बाद से दोस्तों की संख्या कम होने लग जाती है। कॅरियर और परिवार की बढ़ती जिम्मेदारी के कारण नए रिलेशनशिप को डवलप करना मुश्किल हो जाता है। जिन लोगों ने दोस्ती पर टाइम इंवेस्ट किया, वे ज्यादा खुश रहते हैं। मानसिक रूप से काफी मजबूत होते हैं। आइए जानें दोस्तों से जुड़े रहने के कुछ टिप्स…

Mar 28, 2023 / 01:28 pm

कंचन अरोडा

कुछ समय दोस्तों के नाम

ऐसे निकालें समय
यदि आपकी दिनचर्या बहुत व्यस्त है तो अपने मी टाइम में से कुछ मिनट दोस्तों के नाम करें। इस समय में आप अपने दोस्त से बातचीत कर सकते हैं। संबंधों को समय-समय पर बातचीत की खाद देते रहें। तकनीक के युग में वीडियो कॉलिंग से दूरदराज बैठे दोस्त को भी करीब पा सकते हैं। यह भी ध्यान रखें कि संबंध तब अच्छे होते हैं, जब आप अच्छे श्रोता हों। यदि आप बहुत डिमांडिंग हंै, तो दोस्त बात करने से कतराने लगते हैं।
फैमिली में बढ़ाएं भागीदारी
रिश्तों की प्रगाढ़ता के लिए परिवार को भी शामिल करना चाहिए। पति-पत्नी के यदि कॉमन फ्रैंड्स हैं, तो कई बार दांपत्य जीवन के तनाव को भी दूर करने में दोस्त महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक-दूसरे की दोस्ती को लेकर यदि कोई मतभेद है तो पति-पत्नी को उसे आपसी बातचीत से सुलझा लेना चाहिए। दोस्ती जीवन में मधुरता घोलने का काम करती है।
दोस्त कम न हों, जोड़ते जाएं
स्कूल में हमारे दोस्त अलग थे। हायर स्टडीज में नए दोस्त और जुड़ जाते हैं। हालांकि स्कूली दोस्तों से मुलाकात कम हो जाती है, लेकिन आगे बढऩे पर नए रिश्ते बन जाते हैं। इसी तरह प्रोफेशनल लाइफ में नए दोस्त मिल जाते हैं। दोस्ती एक भावनात्मक रिश्ता है, जो लोगों से सोशल कनेक्शन बनाता है। किसी एक पर निर्भरता न रखें, इससे दूरी बढऩे पर अकेलापन और तनाव बढऩे लगता है। पुराने दोस्तों को नहीं छोडें़।
मल्टीपल रिलेशनशिप
हर इंसान से रिलेशनशिप के टाइप्स अलग-अलग हो सकते हैं। इसलिए जीवन में सकारात्मकता बढ़ाने के लिए मल्टीपल रिलेशनशिप होनी चाहिए। कुछ प्रोफेशनल रिलेशनशिप हो सकती हैं, तो कुछ पर्सनल। जीवन में हर दोस्त जरूरी होता है। सभी का रोल अलग-अलग होता है।

Home / Special / कुछ समय दोस्तों के नाम

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.