भीलवाड़ा

भीलवाड़ा सैम्पल जांच कम करने पर नाराजगी जताई चिकित्सा मंत्री ने

आरटीपीसीअर व एंटीजन टेस्ट बढ़ाने के चिकित्सा मंत्री ने दिए निर्देशप्रभारी मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने ली वर्चुअल बैठक

भीलवाड़ाMay 17, 2021 / 10:39 pm

Suresh Jain

भीलवाड़ा सैम्पल जांच कम करने पर नाराजगी जताई चिकित्सा मंत्री ने

भीलवाड़ा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ रघु शर्मा ने आरटीपीसीआर टेस्ट कम करने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए। ताकि समय रहते संक्रमितों का पता चल सके और संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा सके। डॉ. शर्मा सोमवार को भीलवाड़ा जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर आयोजित वर्चुअल बैठक को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. शर्मा ने कहा कि कोरोना अब गांवों और युवाओं को भी चपेट में लेने लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर टेस्टिंग, ट्रेकिंग और ट्रीटमेंट देने पर जोर दे। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा विभाग की मोबाइल वैन के माध्यम से व्यापक स्तर पर एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट करवाए। भीलवाड़ा शहर के अस्पताल में मरीजों के दबाव को कम करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के सीएससी पर सभी सुविधा उपलब्ध करने के निर्देश दिए। सभी सामुदायिक केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, रेमडेसिविर जैसी दवाएं सहित चिकित्सक और मेडिकल की स्टाफ की पूरी व्यवस्था की जाए। कोरोना की पहली लहर में भीलवाड़ा मॉडल देश ही नहीं विदेशों में भी बेहतर कोरोना प्रबंधन की वजह से खासा चर्चित रहा। दूसरी लहर बेहद घातक है, ऐसे में योजनाबद्ध तरीके से काम करने पर ही कोरोना को मात दी जा सकती है।
ब्लैक फंगस के रोगी ने कहा से लिए था उपचार
डॉ. शर्मा ने कहा कि अब ब्लैक फंगस भी बढऩे लगा है। मरीजों का यह पता लगाया जाए कि कोरोना के दौरान इन्होंने किस अस्पताल से उपचार लिया था। ताकि यह पता लगाया जा सके है कि कही एक ही जगह से तो मरीज नहीं आ रहे है।
उन्होंने अधिकारियों को ऑक्सीजन जनरेशन व लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट और तीसरी लहर से पहले विभाग की तैयारी सहित संबंधित कई अन्य विषयों की समीक्षा की। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन व क्वारंटीन की व्यवस्था ना होने पर स्कूल या अन्य भवन में व्यवस्था कर मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
नकाते ने बताया कि शहर के सरकारी हॉस्पिटल के अलावा आयुष, अम्बेश, व टीबी हॉस्पिटल को अधिग्रहित किए है। य संक्रमित मरीजो को जिले की 15 सीएचसी में ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य उपकरण उपलब्ध करवा इलाज किया जा रहा है। प्रत्येक निजी हॉस्पिटल की मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, चिकित्सा सचिव सिद्धार्थ महाजन, विधायक वि_ल शंकर अवस्थी, जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते, पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा, जिला परिषद सीईओ रामचंद्र बैरवा, सीएमएचओ डॉ. मुश्ताक खान, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. घनश्याम चावला, आरसीएचओ डॉ. संजीव शर्मा समेत अन्य अधिकारी जुड़े रहे।
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