तमिलनाडु में कोरोना के लिए कारगर अस्त्र रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत हो गई है। कुछ सरकारी अस्पतालों को छोड़ दीजिए प्राइवेट अस्पतालों में भी रेमडेसिविर इंजेक्शन स्टॉक से गायब है। सरकारी अस्पतालों में लिमिट में दवाई दी जा रही है। इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को केन्द्र सरकार से कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए प्रतिदिन रेमडेसिविर इंजेक्शन की 20 हजार शीशियां देने का आग्रह किया है। वर्तमान में राज्य को प्रतिदिन सात हजार शीशियां मिल रही हैं।
इसका उपयोग कोरोना मरीजों के इलाज के लिए किया जाता है। इस दवा का इस्तेमाल चेन्नई, सेलम, मदुरै, कोयम्बत्तूर, तिरुनेलवेली और तिरुचि जैसे शहरों में ज्यादा किया जा रहा है। स्टालिन ने रेल एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से फोन पर बात की और उनसे राज्य को एक दिन में रेमडेसिविर की कम से कम 20,000 शीशियों के आवंटन करने का आग्रह किया क्योंकि वर्तमान में उन्हें मात्र सात हजार शीशियों का आवंटन हो रहा है जो अपर्याप्त है। उन्होंने कहा कि अब तक केंद्र द्वारा राज्य को 2.05 लाख शीशियां आवंटित की गई हैं।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार स्टालिन ने गोयल से कहा,” तमिलनाडु को रेमडेसिविर की जब 20,000 शीशियां आवंटित की जाएंगी तो राज्य भर के सरकारी और निजी अस्पतालों की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा। गोयल ने स्टालिन को आश्वासन दिया कि उनके अनुरोध पर विचार करेंगे।