राजस्थान में इन तारीखों को आते रहा है मानसून पिछले दस वर्षों की बात करें तो केरल में साल 2017 व 2018 में ही मई में मानसून ने प्रवेश किया था। मगर राजस्थान तक पहुंचने में देरी हुई। राजस्थान में साल 2017 में 27 जून व साल 2018 में 26 जून को प्रवेश किया था। साल 2020 से पहले तक राजस्थान आने की औसत तारीख 15 जून निर्धारित थी। मौसम विभाग ने वर्ष 2020 में इसे बदलकर 25 जून कर दिया। वहीं, मानसून विदाई की तारीख भी सात दिन आगे बढ़ाई गई।
अगले चार पांच दिन लू से राहत मौसम विभाग के अनुसार रविवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में वृद्धि हुई। हालांकि इस दौरान हीटवेव नहीं चली और धूलभरी आंधी से भी राहत रही। प्रदेश में सर्वाधिक तापमान श्रीगंगानगर में 45 डिग्री दर्ज किया गया। जयपुर में भी तापमान 42 डिग्री पर पहुंच गया। प्रदेश के छह स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे रहा। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में अगले चार-पांच दिनों में लू नहीं चलेगी और लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत रहेगी। भरतपुर संभाग के जिलों में सोमवार को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं, बीकानेर और जोधपुर संभाग के जिलों में अगले तीन दिन तक धूलभरी तेज हवा चलेगी। वहीं झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और लक्ष्यद्वीप में हवाओं के साथ बारिश होने का अनुमान है।
12 साल में चौथी बार आया जल्दी पिछले कुछ सालों का इतिहास देखें तो मानसून 12 साल में चौथी बार सामान्यतया तय तारीख (1 जून) से पहले केरल पहुंचा है। इससे पहले इसका आगमन 2010 में 31 मई, 2017 में 30 मई और 2018 में 29 मई को हुआ था।
अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा है दक्षिण-पश्चिम मानसून, कई राज्यों को करेगा कवर आईएमडी से मौसम वैज्ञानिक आर.के .जेनामणि ने बताया कि फिलहाल मानसून लक्षद्वीप और केरल के हिस्सों में आगे बढ़ेगा। कर्नाटक, तमिलनाडु, बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के अधिक से अधिक हिस्सों को भी कवर करेगा।
बता दें, दक्षिण-पश्चिम मानसून को भारत की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि असामान्य तरीके से मानसून 16 मई को ही अंडमान-निकोबार में पहुंच गया था। चक्रवात असनी के कारण इसके तेजी से आगे बढ़ने की संभावना थी। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून के मध्य अरब सागर के अधिकांश क्षेत्र को कवर करने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। आने वाले दिनों में मानसून केरल के साथ-साथ कर्नाटक और महाराष्ट्र की ओर भी बढ़ेगा। केरल में अगले तीन दिन भारी बारिश की संभावना है। कर्नाटक-महाराष्ट्र में भी तेज बारिश के आसार हैं।