हालांकि मशीनें स्वत: जानकारियों से छेड़छाड़ नहीं करती, लेकिन ऑनलाइन खिलाड़ी इनका प्रयोग साइबर ठगी और चैटिंग आदि में कर सकते हैं, जिससे सावधानी की जरूरत है। ये अध्ययन 160 ऑनलाइन प्रतिभागियों की राय पर किया गया है। शोध में यह भी सामने आया कि चूंकि इंसान गंभीर विषयों पर अपनी बेहतर प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकता है, लेकिन सांख्यिकीय मामलों में मशीनें ज्यादा एक्यूरेट परिणाम देती है। आने वाले समय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता इस पर और निर्भरता बढऩे की संभावना है।