नई दिल्ली। भारत में शादी के बाद तलाक लेने और अपने पतियों से अलग रहने के मामले में महिलाएं अव्वल हैं। देश में तलाक लेकर अगल रहने वाले महिला-पुरुषों की कुल संख्या में 67 फीसदी महिलाएं शामिल हैं। धार्मिक समुदाय और सेक्स जनगणना 2011 के ‘वैवाहिक स्थिति’ रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है। यह रिपोर्ट बुधवार को जारी हुई है और इसमें बताया गया है कि देश में शादी के बाद तलाक लेकर अलग रहने वाले 48.97 लाख लोगों में महिलाओं की संख्या 32.82 है। 9 लाख महिलाओं ने लिया है तलाक इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में 35.35 लाख लोग शादी के बाद अलग रह रहे हैं, जबकि 13.62 लाख लोग तलाक ले चुके हैं। भारत में 23.72 महिलाएं शादी के बाद अपने पति से अलग रह रही हैं। वहीं, 11.62 पुरुष शादी के बाद अपनी पत्नियों से अलग रह रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि 9.09 लाख महिलाओं ने तलाक लिया है जबकि 4.52 लाख पुरुषों ने तलाक लिया है। देश में 57.95 करोड़ लोगों ने नहीं की शादी धार्मिक समुदाय और सेक्स जनगणना 2011 में वैवाहिक स्थिति की रिपोर्ट के आंकड़ों में बताया गया है कि भारत में 57.08 करोड़ लोगों ने शादी नहीं की है। 57.95 करोड़ लोगों ने एक बार शादी की है, जबकि 5.55 करोड़ लोग विधवा/ विधुर हैं। मुस्लिमों की स्थिति बेहद चिंताजनक इस रिपोर्ट में मुस्लिमों की स्थिति बेहत चिंताजनक बताई गई है। मुस्लिमों की 17.22 करोड़ की आबादी में 22 फीसदी (3.84 लाख) लोग शादी के बाद अलग-अलग रह रहे हैं। जबकि 15 फीसदी (2.69 लाख) लोगों ने तलाक लिया है। वहीं, हिंदुओं की स्थिति मुस्लिमों से कई गुना बेहतर है। मुस्लिमों की तुलना के अनुपात में देखा जाय तो हिंदुओं में कुल आबादी के सिर्फ 29 फीसदी लोग अलग रह रहे हैं और 0.09 फीसदी लोगों का तलाक हुआ है। अलग रह रहे हिंदू पुरुषों की संख्या 9.66 लाख है जबकि महिलाओं की संख्या 19.04 लाख है। वहीं, हिंदूओं में तलाक लेने वाले पुरुषों की संख्या 3.44 लाख है जबकि महिलाओं की संख्या 6.18 लाख है।