‘आशिकी’ मेरे दिल के करीब तुलसी ने बताया कि ‘आशिकी’ फिल्म को मेरे पिता ने प्रोड्यूस किया था और इसे भट्ट कैम्प के साथ मिलकर बनाया था। यह फिल्म उनके लिए बहुत खास थी और फिल्म ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। जब मेरे भाई भूषण ने ‘आशिकी 2’ बनाने का निर्णय लिया और उसमें मेरे प्लेबैक सिंगिंग प्लान हुई, तो यह मेरे लिए गर्व करने जैसा समय था। ‘आशिकी’ मेरे दिल के करीब फिल्म रही है, एेसे में पिता की फिल्म की फ्रेंचाइजी के लिए जाना बहुत बड़ी अपॉच्यूनिटी थी। हालांकि इस कारण मुझ पर भी प्रेशर बहुत था, इसमें मेरे गानों को भी खूब पसंद किया गया। ‘हम मर जाएंगे’ गाने को आज भी लोग बड़े चाव से सुनते हैं।
सुबह-सुबह ले शिव का नाम उन्होंने बताया कि मेरे घर में आज भी मॉर्निंग में पिताजी का बनाया गाना ‘सुबह-सुबह लें शिव का नाम’ बजता है और शादी के बाद जब यह गाना बज रहा था, तब मैंने डिसाइड किया था कि अगर बेटा हुआ तो उसका नाम शिवाय रखूंगी। बच्चे की मन्नत के चलते ही दरगाह शरीफ आई हूं और यहां मन्नत का धागा खोला है। मेरे पिता लोगों की जरूरतों को समझते हैं, अध्यात्मिक कनेक्शन रखते थे। इन्हीं क्वालिटीज को मैंने अपनाया है। अब जल्द ही पिता के नाइंटीज के गानों को रीक्रिएट करने को लेकर प्लानिंग कर रही हूं। अभी मेरा सिंगल ‘डूबते डूबते’ को लोग बहुत पसंद कर रहे हैं, और जनवरी में मेरा गाना ‘तेरा जैसा’ रिलीज होगा।