इस बीच तमिलनाडु में कोरोना वायरस संक्रमण के ओमिक्रोन स्वरूप का कोई मामला सामने नहीं आया है और सिंगापुर तथा ब्रिटेन से आए पांच यात्री कोविड संक्रमित पाए गए थे उनके ‘डेल्टा’ स्वरूप से संक्रमित होने का संदेह था। राज्य के चिकित्सा एव परिवार कल्याण मंत्री एमए सुब्रमण्यन ने इसकी जानकारी दी।
चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि उच्च जोखिम वाले देशों से आए पांच यात्री में कोई लक्षण नहीं पाया गया और पांचों यहां के एक अस्पताल में हैं और ठीक हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि प्राथमिक सूचना के अनुसार पांच यात्रियों में से एक की रिपोर्ट निगेटिव है और प्रदेश में ओमिक्रोन स्वरूप से कोई भी संक्रमित नहीं पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा कि कोरोना संक्रमित पाए गए पांच लोगों के ओमिक्रोन से संक्रमित पाए जाने की संभावना कम है और उनके नमूने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गये हैं।
उन्होंने बताया कि ओडिशा की 21 साल की कोविड संक्रमित एक लडक़ी को किंग इंस्टीच्यूट में भर्ती कराया गया है। ओमिक्रोन स्वरूप से संक्रमण की आशंकाओं को दूर करते हुए अधिकारी ने लोगों से नहीं घबराने और सोशल मीडिया में गलत जानकारी नहीं फैलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि टीकाकरण एवं फेस मास्क पहनना ही महामारी से बचाव का एकमात्र तरीका है ।