अकादमिक और कारोबारी क्षेत्र में उद्यमशीलता को 1990 के बाद नई औद्योगिक नीति और उदारीकरण की नीति से बढ़ावा मिला, जो अब जोर पकड़ रहा है। मराठवाड़ा विवि में सबसे ज्यादा
डॉ. अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय औरंगाबाद में सबसे ज्यादा पीएचडी हुए हैं। यहां से पीएचडी करने वालों की संख्या 13 है, जो कुल शोधर्थियों का 7.4त्न है। दूसरा नंबर उस्मानिया यूनिवर्सिटी का है। यहां से 10 युवाओं ने पीएचडी की है।
उद्यमशीलता पर शोध की शुरुआत गुजरात से शुरू हुई। गुजरात विवि ने अभी तक नौ पीएचडी कराए हैं।
शोध क्यों
देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना, उद्यमशीलता पर नियमित शोध का हिस्सा बनाना, ताकि नवाचार के क्षेत्र में बेहतर वातावरण का निर्माण हो सके। शिक्षा और उद्योग में सहयोग पर जोर।
अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक 16 सालों में देश के 66 यूनिवर्सिटीज में उद्यमशीलता पर 177 युवाओं ने पीएचडी की है। इनमें से 26 यूनिवर्सिटी में एक-एक छात्र व 40 विवि में एक या अधिक छात्रों ने शोध पत्र तैयार किया है।
उद्यमशीलता पर शोध वाले प्रमुख राज्य
महाराष्ट्र २५
कर्नाटक १८
मध्य प्रदेश १५
आंध्र प्रदेश १२
तेलांगना १२
अध्ययन के मुख्य बिंदु
– 740 मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय पर शोध
– 66 विश्वविद्यालयों में उद्यमशीलता पर शोध किया
– महिला उद्यमशीलता सबसे ज्यादा पसंदीदा विषय
– पुरुष शोधकर्ता – 104
– महिला शोधकर्ता – 73
– अंग्रेजी भाषा में पीएचडी किए गए – 167
– पीएचडी हिंदी में किया गया – 10
कुल विश्वविद्यालय – 819
केन्द्रीय विश्वविद्यालय – 47
राज्य विश्वविद्यालय 367
डीम्ड विश्वविद्यालय – 123
निजी विश्वविद्यालय – 282