सात माह में मात्र एक पुरुष ने कराई नसबंदी, महिला नसबंदी हुई 330
श्योपुर पुरुष नसबंदी के मामले में जिला स्वास्थ्य विभाग फिसड्डी साबित हुआ है। स्वास्थ्य विभाग बीते एक साल में महज सात पुरुषों की नसबंदी कर पाया। इस वर्ष अप्रैल से अब तक महज एक पुरुष ने नसबंदी कराई है। जिले के अन्य विकासखंडों में भी नसबंदी के लिए पुरुष रूचि नहीं दिखा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग अब 21 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा चलाया। जिससे उसे आस है किनसबंदी का लक्ष्य बढ़ेगा। इस वर्ष अब तक 330 महिलाएं नसबंदी करा पुरुषों से आगे हैं। बुधवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा को लेकर पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एआर करोरिया, डॉ.ओपी वर्मा, सौमित्र बुधौलिया ने बताया कि पखवाड़े के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों को नसबंदी कराने के लिए जागरुक किया जाएगा। इसके बाद जो पुरुष अपनी सहमति देगा उसका नसबंदी ऑपरेशन किया जाएगा। परिवार नियोजन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. ओपी वर्मा ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप हर वर्ष पुरुषों में कुछ भ्रांति के चलते लक्ष्य पूरा नहीं हो पाता। महिलाएं नसबंदी के मामले में पुरुषों से आगे हैं। यही वजह है कि अब तब सिर्फ एक पुरुष ने नसबंदी कराई है जबकि 330 महिलाएं नसबंदी करा चुकी हैं। बीते वर्ष 3 हजार 459 महिलाएं और महज सात पुरुषों ने नसबंदी कराई थी। फैक्ट फाइल वर्ष नसबंदी पुरुष महिला 18-19 7 3459 19-20 1 330 कुल लक्ष्य 4739