पंजाब के नवां शहर जिले में स्थित खट्करकलां नाम के इस गांव में भगत सिंह का पुश्तैनी मकान आज भी है। गांव में हर साल 23 मार्च को भगत सिंह के नाम पर पिछले कुछ सालों से एक मेला लगता है।
शहीद भगत सिंह के इस पुराने घर के बाहर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से एक नोटिस लगा हुआ है।
कमरे में एक पुराना पलंग (खाट) और कुछ पुराना सामान भी हैं।
घर के दूसरे कमरों में पीतल, कांसे और तांबे के कुछ बर्तन रखे हुए हैं।
कमरे के एक कोने में पुराना आटा पीसने की एक चक्की रखी हुई है जो पत्थर की है।
दूसरे कमरे में एक अलमारी रखी हुई है जिसमें रोजमर्रा का कुछ सामान रखा गया है।
हालांकि घर पर ताला लगा है पर अंदर देखा जा सकता है। यहां पर देखरेख के लिए एक कर्मचारी के अलावा और कोई नहीं रहता।
मकान में कुल चार कमरे हैं जिनपर पुराने दरवाजे लगे हैं।
गांव के बाहर एक बड़ा गेट बनाया गया है जिस पर शहीदे-आजम भगत सिंह द्वार लिखा है ।
गांव में शहीद भगत सिंह का एक म्यूजियम भी बनाया गया है। जहां पर भगत सिंह की एक प्रतिमा बनाई गई है।