जबलपुर

मप्र की इस बड़ी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर की कमी, संकट में आई पढ़ाई

मप्र की इस बड़ी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर की कमी, संकट में आई पढ़ाई

जबलपुरAug 17, 2021 / 12:21 pm

Lalit kostha

Professor

जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में पढ़ाई पर संकट आ गया है। विश्वविद्यालय में प्राध्यापकों की संख्या उंगलियों पर गिनी जा सकती है। ऐसे में नए सत्र में छात्रों की पढ़ाई को लेकर समस्या खड़ी होने की स्थिति बन गई है। विश्वविद्यालय में 157 प्रोफसरों की तुलना में केवल 39 प्रोफेसर ही बचे हैं। इसमें से भी कई सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

रादुविवि- कई प्राध्यापक इस साल के अंत में हो जाएंगे सेवानिवृत्त

दो प्रोफेसर बने कुलपति
रानी दुर्गावती विश्विद्यालय के दो प्रोफेसर बाहर के विश्वविद्यालयों में कुलपति का पद संभाले हुए हैं। बायोसाइंस विभाग के प्रोफेसर अखिलेश पांडे उज्जैन विश्वविद्यालय में कुलपति हैं तो अर्थशास्त्र विभाग के डॉ. एडीएन बाजपेयी बिलासपुर विवि के कुलपति हैं। प्रोफे सरएडीएन वाजपेयी, प्रोफेसर पीके सिंघल, प्रोफेसर एसपी गौतम, प्रोफ सर आरके यादव, डॉ. वायके बंसल इस साल दिसंबर तक सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

 

ये विभाग खाली
बीएड, अंग्रेजी विभाग, प्राचीन भारतीय इतिहास, एमसीए, रसायन शास्त्र, समाजशास्त्र, योग ऐसे डिपार्टमेंट हैं जहां वर्तमान में कोई भी नियमित प्राध्यापक नहीं हैं। ये विभाग गेस्ट फैकेल्टी के भरोसे चल रहे हैं।

कैसे होगा नया सत्र
उच्च शिक्षा विभाग सितंबर से नया सत्र शुरू करने जा रहा है। इसे लेकर कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। प्राध्यापकों की कमी के कारण विश्वविद्यालय के लिए भी परेशानी खड़ी होगी। छात्रों का शिक्षण कार्य प्रभावित होगा।

विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्यों को देखते हुए नियमित प्राध्यापकों की कमी को दूर किया जाएगा। इसपर हम काम कर रहे हैं। जल्द ही पदों को भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी।
– प्रो.कपिलदेव मिश्र, कुलपति, रादुविवि

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