युवक को परिवार से मिलाने जुटाए पैसे..फिर क्या हुआ जाने
श्योपुर/विजयपुर भटक कर विजयपुर कस्बे में पहुंचे युवक से कोई पहचान नहीं थी, फिर भी उसकी मदद के लिए कस्बे के युवा आगें आए। तमिलनाडु के युवक को उसके परिवार से मिलाने के लिए न केवल कस्बे के युवाओं से पैसे जुटाए, बल्कि उसे खाना खिलाने के साथ ग्वालियर की बस में बैठाकर रवाना किया। जिससे वह तमिलनाडु अपने परिवार तक पहुंच सके। अरुण प्रसाद गणेशन निवासी तमिलनाडु भटक कर विजयपुर जा पहुंचा। कस्बे में युवक को देख पीयूष शिवहरे, हुसैन खान सहित अन्य युवाओं ने उससे पूछताछ की तो पता चला कि वह गलती से यहां गया है। हालांकि उसकी भाषा समझ नहीं आ रही थी, लेकिन उसके आधार कार्ड के जरिए कस्बे के युवा सब कुछ समझ गए। अरुण के पास तमिलनाडु जाने के लिए पैसे नहीं थे। ऐसे में पीयूष शिवहरे, हुसैन खान, जोगेंद्र बंसल, दीपेश मंगल, आशु मित्तल, लालू गोयल, शिवम मंगल, हरिओम गर्ग, शिप्पो मंगल ने पैसे जुटाकर उसे ग्वालियर के लिए रवाना किया। भाषा नहीं आ रही थी समझ विजयपुर में मिले तमिलनाडु के युवक से जब कस्बे के युवाओं से बातचीत करना चाहिए, तो उसकी भाषा वह नहीं समझ सके। युवक का आधार कार्ड देखकर वह समझ गए कि वह यहां भटक कर पहुंचा है, जैसे तैसे उसकी बात को समझ उन्होंने उसे ग्वालियर तक पहुंचाने में मदद कर दी। साथ ही उसे तमिलनाडु जाने तक का किराया भी दे दिया।