झोटवाड़ा के स्कूल से हुआ लीक, वीक्षक नदारद एसओजी ने पड़ताल में झोटवाड़ा में परीक्षा केंद्र बनाए गए दिवाकर पब्लिक सेकेंडर स्कूल को खंगाला है जहां से पर्चा लीक हुआ माना जा रहा है। एसओजी ने मामले में सोमवार को ही मामला दर्ज कर परीक्षा केंद्र की अधीक्षक शालू शर्मा , सहायक अधीक्षक मुकेश कुमार शर्मा, परीक्षा करवाने वाली टीसीएस कंपनी के प्रतिनिधि राकेश व विक्रम और एएसआई रतनलाल को हिरासत में लिया है। वीक्षक मोहन की तलाशी की जा रही है।
सीसीटीवी कैमरे बंद करके 11.46 पर शुरू हुआ लीक का खेल दोपहर तीन बजे शुरू होने वाली परीक्षा का पेपर सुबह 11 बजे ही केंद्रों पर पहुंचा दिया जाता है। केंद्र पर स्ट्रांग रूम के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे की पड़ताल से सामने आया है कि 14 मई को सुबह 11.46 से दोपहर 12.13 बजे तक कैमरा बंद था। 11.46 से केंद्र का वीक्षक मोहन भी गायब था। अन्य कैमरे में मोहन स्ट्रांग रूम के पीछे जाता नजर आ रहा है। दोपहर 12.13 बजे जब कैमरे चालू हुए तो मोहन सीढियां चढ़ते हुए नजर आया।
रिकॉर्डिंग की जांच में सामने आया है कि स्ट्रांग रूम में पेपर के बक्सों को रखने का क्रम भी गड़बड़ मिला। बक्सों से छेड़छाड़ की गई थी। पाबंदी के बावजूद सभी मोबाइल को उपयोग में लेते ऩजर आए।
पेपर रद्द, नकल विरोधी कानून में पहला मुकद्मा दर्ज खुलासे के बाद डीजीपी एमएल लाठर ने दूसरी पारी की यह परीक्षा निरस्त कर दी है। परीक्षा में 1.62 लाख परीक्षार्थी बैठे थे। प्रदेश में हाल में लागू हुए नए नकल विरोधी कानून के तहत यह मुकद्मा दर्ज किया गया है।एसओजी ने मामले में अब तक आठ आरोपी पकड़े हैं। एक की तलाश जारी है।एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ का कहना है कि प्रकरण से जुड़े सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है।
इधर एक और पेपर लीक का शक इधर 16 मई सोमवार को हुई परीक्षा में भी एक गिरफ्तारी हुई है। दावा किया जा रहा है कि हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी अभ्यर्थी संदीप यादव 10 लाख रुपए में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर खरीदकर परीक्षा केंद्र पहुंचा था। सोमवार की पहली पारी की परीक्षा में आए अभ्यर्थी को सुरक्षाकर्मियों ने प्रवेशद्वार पर ही गिरफ्तार कर लिया। उसके पास एक कागज पर 142 प्रश्नों के उत्तर लिखे हुए थे। फिलहाल इस मामले में जांच के बाद ही लीक का खुलासा हो सकेगा