रोडवेज प्रबंधन ने अपने बसों के जरिए राज्य के विभिन्न जिलों से अन्य राज्यों से संबंध रखने वालें श्रमिकों को हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा गुजरात की सीमाओं तक छोड़ा गया है। साथ ही अन्य राज्यों से आने वाले राजस्थान के निवासियों को सीमा से लाकर उनके गृह स्थानों तक छोड़ा। हाल ही राजस्थान में जैसलेमर सहित विभिन्न जिलों में रहने वाले 400 उत्तराखंड के निवासियों को हरिद्वार पहुंचाया गया। वहां से 500 लोगों को राजस्थान में लाया गया था।
बुधवार को पंजाब की सीमा तक
रोडवेज की ओर से बीकानेर, हनुमानगढ तथा चुरू जिलों से 694 यात्रियों को पंजाब की सीमा पर पंजाब के अधिकारियों की मौजूदगी में छोड़ा गया। वहीं, महाराष्ट्र से 2 ट्रेनों और बैंग्लूरू से आई 1 ट्रेन के 4 हजार यात्रियों को उनके मूल स्थानों तक भी पहुंचाया गया।
बुधवार को पंजाब की सीमा तक
रोडवेज की ओर से बीकानेर, हनुमानगढ तथा चुरू जिलों से 694 यात्रियों को पंजाब की सीमा पर पंजाब के अधिकारियों की मौजूदगी में छोड़ा गया। वहीं, महाराष्ट्र से 2 ट्रेनों और बैंग्लूरू से आई 1 ट्रेन के 4 हजार यात्रियों को उनके मूल स्थानों तक भी पहुंचाया गया।
ग्रीन जोन में चलाई बसें
रोडवेज की ओर से सोमवार को ग्रीन जोन में आने वाले राजस्थान के 6 जिलों गंगानगर, चुरू, बारां, बूंदी, जालौर तथा सिरोही में बसों को चलाने की अनुमति प्रदान की गई। यहां बहुत कम मात्रा में मांग होने के कारण काफी सीमित संख्या में बसों का संचालन किया जा रहा है।
—- सभी अधिकारी, प्रबन्धक तथा फील्ड स्टाफ पूरी सजगता से दायित्व निभा रहे है। बस स्टैंड और बसों का सेनेटाइज किया जा रहा है। सोशल डिस्टेन्सिंग अपनाई जा रही है।— नवीन जैन, सीएमडी, राजस्थान रोडवेज