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भावी पीढ़ी की बेहतर जिंदगी का खाका तैयार करना चाहते हैं रजनीकांत

locationनई दिल्लीPublished: Jan 03, 2018 06:50:50 pm

Submitted by:

Mazkoor

राजनीति में कदम रखने की घोषणा करने वाले रजनीकांत ने कहा कि उनकी इच्छा तमिलनाडु में राजनीतिक क्रांति लाने की है।

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राजनीति में कदम रखने की घोषणा करने के बाद पहले अनौपचारिक मीडिया मीट में रजनीकांत ने कहा कि तमिलनाडु बेहद ऐतिहासिक स्थान है, जहां कई बड़ी राजनीतिक घटनाएं हुईं, चाहे गांधीजी का अपना सामान्य पहनावा छोडक़र धोती अपनाना रहा हो या कुछ और सब कुछ यहीं से शुरू हुआ था। अभिनेता ने कहा कि उनकी इच्छा एक राजनीतिक क्रांति शुरू करने की है। अगर अभी बदलाव किए गए तो भावी पीढ़ी बेहतर जिंदगी जिएगी। इस पहल में हम सबकी जिम्मेदारी है। यह स्वतंत्रता के लिए संघर्ष की तरह है।
उन्होंने मौजूदा संघर्ष को ‘लोकतांत्रिक संघर्ष’ का नाम दिया। अपने चार मिनट के इस मुलाकात में उन्होंने कहा कि वह मीडिया से बातचीत करने से संकोच करते हैं और कुछ ही संवाददाताओं से बातचीत करते हैं। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में मुस्कराते हुए कहा कि वह मीडिया से निपटने को लेकर आश्वस्त नहीं थे। हालाकि पत्रकारों को भरोसा दिलाया कि पार्टी से संबंधित काम हो जाने के बाद वह मीडिया को संबोधित करेंगे।
रजनीकांत ने कहा कि उन्होंने दो महीने के लिए कर्नाटक में एक अखबार में प्रूफरीडर के तौर पर काम किया था। कुछ लोगों की ओर से ‘आध्यात्मिक राजनीति’ की व्याख्या ‘सांप्रदायिक राजनीति’ के तौर पर किये जाने पर भी वह बोले। उन्होंने कहा कि आध्यािित्मक राजनीति से उनका आशय ऐसी राजनीति से था, जो सच्चाई और ईमानदारी पर आधारित हो और जाति, मजहब और धर्म की राजनीति से मुक्त हो।
इस मीडिया में यह पूछे जाने पर कि वह वह कब अपनी प्रस्तावित पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि यह वह खुद नहीं जानते।

पूरी तैयारी से रख रहे हैं कदम
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि रजनीकांत का राजनीति में आना न तुक्का है और न ही अपनी लंबी-चौड़ी फैन फॉलोविंग को खुश करने के लिए है, बल्कि घोषणा से पहले उन्होंने इस पर बहुत होमवर्क किया है और इसके लिए वह लगातार विशेषज्ञों के समूह से मिले और अब भी मिल रहे हैं। तमिलनाडु में वह राजनीतिक और कृषि संबंधी समस्याओं का डेटा संग्रह करने और उसके हल के लिए वह राज्यभर में टीम को भेज रहे हैं। एक तकनीकी टीम उन डेटा का विश्लषण कर उस पर कार्रवाई करेगी।
रजनीकांत के कट्टर समर्थकों की संख्या बेहद विशाल है और वे पूरी दुनिया में फैले हैं। अमरीका की आईटी इंडस्ट्री में भी उनकी अच्छी-खासी संख्या है। ये रजनीकांत के इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं और सिस्टम को बदलने के लिए उनकी तकनीकी मदद भी कर रहे हैं। वहां से उनके समर्थन में बड़ा फंड भी आने की संभावना है। वह भी पूरी तरह से तैयार हैं। जब रजनीकांत अपनी राजनीतिक पार्टी लॉन्च करेंगे, तब तक एक मजबूत तकनीकी मदद राज्य की हर विधानसभा के हर सेगमेंट का पूरा डेटा उन्हें उपलब्ध करा चुका होगा। रजनीकांत इस बात को समझते हैं दो मजबूत द्रविडिय़न पार्टी से निबटने का यही एकमात्र तरीका है।

उम्मीदवार के मोर्चे पर आएगी चुनौती
एक और मोर्चा है, जहां रजनीकांत को अपने लाखों प्रशंसकों के बीच में से चुनने में समस्या आएगी। वह यह है कि उनके समर्थकों में से करीब 60 प्रतिशत लोग वर्तमान भ्रष्ट व्यवस्था से प्रभावित हैं। इसलिए वह इसमें भी तकनीकी मदद ले रहे हैं। एप्स की मदद से वह उनका विश्लेषण कर उन्हें पार्टी में प्रमुख पदों से दूर रखने का प्रयास करेंगे। जब एक जनवरी को रजनीकांत ने इच्छुक लोगों से कहा कि वे ‘मांदरम’ पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें, तब से लेकर अब तक इस वेबसाइट्स पर 10 लाख हिट्स और 3 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।

 

 

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