शाम को शुरू हो कर देर रात तक चले कार्यक्रम में समाज की महिलाओं, पुरुष, बच्चे और बुजुर्गों ने गीत संगीत और नृत्य का खूब आनंद लिया ।56- भोग और माखन मिश्री का प्रसाद सबने ग्रहण किया व समाज के सभी घरों से सभी सदस्यों ने सपरिवार कार्यक्रम में बाढ़ चढ़ के हिस्सा लिया।